जौनपुर, यूपी
अमूमन पुलिस आम लोगों से कोर्ट का चक्कर लगवाती है पर इस बार मामला थोड़ा उलटा है। ज़िले के एक कोतवाल को अब कोर्ट का चक्कर लगाना पड़ेगा। कोतवाल के खिलाफ एक दिव्यांग ने कोर्ट में वाद दायर किया है। कार्ट ने मामले को संज्ञान में लोकर सीओ को जांच करके रिपोर्ट सौंपने को कहा है।
पूरा मामला शाहगंज कोतवाली क्षेत्र का है जहां शाहगंज जौनपुर रोडपर मौजूद पेट्रोल पम्प पर हफ्तों से खड़े दो खराब ट्रकों का गोवध में चालान कर दिया गया था। इस मामले में शाहगंज कोतवाल की तरफ से एक लाख रुपये की मांग करने का मामले सामने आया था। वादी के प्रार्थनापत्र पर सीजेएम ने कोतवाल शाहगंज समेत छह आरोपितों के खिलाफ वाद दर्ज कर सीओ शाहगंज को जांच का आदेश दिया है। जांच की बिन्दुवार आख्या कोर्ट ने 24 अप्रैल तक तलब किया है।
सबरहद गांव के रहने वाले दिव्यांग ज़मीरुद्दीन ने कोर्ट में प्रार्थनापत्र दिया कि वह ट्रांसपोर्ट का काम कर परिवार का जीविकोपार्जन करता है। उसके पास दो ट्रक है। ट्रक के व्यापार में घाटा होने के कारण उसने ट्रकों को बेचने के उद्देश्य से राजेश गौतम के पेट्रोल पंप पर 2 फरवरी 2018 को खड़ा कर दिया था। ज़मीरुद्दीन के मुताबिक ट्रक ग्राहकों को देखने के लिए खड़ा किया गया था।
25 फरवरी 2018 को 2:00 बजे दिन में शाहगंज के कोतवाल हमराहियों के साथ वहां पहुंचे और जबरन उसके खाली खड़े दोनों ट्रक उठाकर ले गए और थाने के पास खड़ा कर दिया। पूछताछ करने पर दोनों ट्रकों को छोड़ने के एवज में एक लाख रुपये की मांग की गई। जब ज़मीरुद्दीन ने पैसा नहीं दिया तो उसी दिन शाम को 5:00 बजे की घटना दिखाते हुए गोवध व पशु क्रूरता अधिनियम में चालान कर दिया। यहीं नहीं पुलिस ने इस मामले में ट्रक चलाकर जान से मारने का भी मामला दर्ज कर लिया। इस मामले में आईजी ने ज़िले के एसपी को जांच के लिए कहा था लेकिन जांच अभी तक पूरी नहीं हो पाई।