मुस्लिम लड़कियों की दीनी और दुनियाबी तालीम के लिए मदरसा शुरु

अब्दुल अज़ीज़

बहराइच, यूपी

मुस्लिम समाज की महिलाओं को दीनी तालीम के साथ साथ दुनियाबी तालीम के फ़रोग़ के लिए एक पहल हुई है। ये पहल बहराइच के मदरसा सुल्तानुल उलूम की प्रबन्ध समिति ने की है। समिति ने लड़कियों के लिए मदरसा आमिना लिलबनात की शुरुआत की है। ये मदरसा मिशन हॉस्पिटल के पीछे स्थित सालारगंज भग्गड़वा में बाकायदा तरीके से शुरु हो गया है।

मदरसा की शुरुआत के मौके पर जलसे का भी आयोजन किया गया। इसकी सदारत कुल हिन्द जमीअतुल उल्मा व अलमुस्लमीन के ज़िला सदर मौलाना हबीबउल्ला कासमी ने की। इसमें मेहमान खुसूसी की हैसियत से मौलाना मोहम्मद सरवर कासमी मौजूद रहे। जलसे की निज़ामत के फ़रायज़ को मौलाना सिराज अहमद मदनी ने अंजाम दिया।

इस जलसे का आगाज़ मदरसा सुल्तानुल उलूम के उस्ताद हाफिज मो रईस के ज़रिये तिलावत-ए-कलाम पाक की आयात से किया गया। मौलाना सिराज अहमद ने इस इस्लामी इदारे के क़याम की जरूरतों और इस्लाम में औरतों की तालीम पर रौशनी डालते हुए मदरसे के बारे में लोगों को तफ्सील से जानकारियां फराहम कराई।

इस मौके पर मेहमान खुसूसी मौलाना सरवर ने बताया कि इस्लाम में औरतों को बुलंद दर्जात अता किये गये हैं। इसके ज़रिये औरतों को मर्दों के बराबर का दर्जा दिया गया है। आज के दौर में लोग खुद को सुरखुरु करने के लिए औरतों के अधिकारों का गुणगान करते फिर रहे हैं लेकिन शायद उन्हें नही मालूम कि इस्लाम ने तो पहले ही उनका दर्जा बुलन्द कर रखा है। वर्तमान समय में मुस्लिम औरतों की तरबियत पर रौशनी डालते हुए उन्होंने इस मदरसे के क़याम का स्वागत किया और कहा कि हर वर्ग के उत्थान के लिए उस वर्ग की महिलाओं का शिक्षित होना जरूरी है। हमारे मुस्लिम मुआशरे में खासकर औरतों की तालीम में हम काफी पीछे है और इसके लिए हमे बुनियादी तरीके से अपनी बच्चियों को शुरू से ही दीनी तालीम के साथ साथ दुनियाबी तालीम दिलायें।

मौलाना सरवर ने कहा कि इस मुहिम के लिए मदरसे का क़याम काबिले तारीफ है और हम अपनी तरफ से इसे नेक खुवाहिसात पेश करते हैँ। इसके अलावा मुझसे जो मदद की ज़रूरत होगी हम वह भी देने को तैयार हैं। इसके साथ ही समाज के लोगों को मदद के लिए आगे आना होगा।

इस मौके पर मौलाना सिराज ने मदरसे के बारे में जरूरी जानकारियां देते हुए बताया कि हमारी कमेटी इस मदरसे के ज़रिये मुस्लिम समाज की बच्चियों को दीनी तालीम देगी। इसके साथ ही साइंस, मैथ और दीगर सब्जेक्ट्स के साथ साथ कम्प्यूटर की भी तालीम दिलाने के लिए कोशां है। हम लोग आप सभी के ताऊन से अपने मकसद में कामयाब होते हुए समाज के विकास को आगे बढ़ाएंगे।

इस मौके पर खुसुसी मेहमानों के अलावा मुकामी शायर अख्तर उल्ला खां, नूर मुजस्सिम, ज़िले के सीनियर सहाफी अब्दुल अज़ीज़, सलीम अहमद, हाफिज शमीम, मास्टर इशरत, कफील अहमद वगैरह भी मौजूद रहे। प्रोग्राम के आखिर में मौलाना सरवर के जरिये कौम और मिल्लत के अलावा मदरसे की फ़लाह और बहबूदी के लिये दुआ कराई गई।