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17 Jun 2025, Tue

योगी की पुलिस ने मेरे बेटे की हत्या है- आज़मगढ़ का दलित परिवार

AZAMGARH ENCOUNTER FAMILY DEMAND INQUIRY 1 270218

अब्दुल कय्यूम

लखनऊ, यूपी
उत्तर प्रदेश में योगी सरकार एक तरफ कानून व्यवस्था को सुधारने को लेकर तमाम दावे कर रही है। योगी सरकार की पुलिस लगातार इनकाउंटर कर रही है। वहीं पुलिस के इनकाउंटर पर सवाल उठ रहे हैं। पहले में आठ साल के बच्चे की पुलिस दवारा हत्या करना उसके बाद पश्चिम यूपी में मेरठ से लकेर नोयडा तक पुलिस पर तमाम आरोप लग रहे हैं। ताज़ा मामला आज़मगढ़ ज़िले का है। यहां के रहने वाले दलित को को पुलिस ने इनकाउंटर में मार दिया है। मारे गए दलित के पीड़ित परिवार ने अपने बेटे के एनकाउंटर को फर्ज़ी बताते हुए न्याय की मांग की है।

सूबे के आज़मगढ़ के गांव मुतकल्लीपुर थानाक्षेत्र पवई का रहने वाला मुकेश कुमार राजभर कानपुर देहात में काम करता था। परिवार का आरोप है कि 26 जनवरी को जब मुकेश कुमार एक दुकान में बैठा था तो एसटीएफ ने उठा लिया था। इसके बाद उसे आज़मगढ़ में मुकेश राजभर का एनकाउंटर कर दिया गया। इसके बाद पुलिस ने उनके परिवार को सूचना दी। अब पीड़ित के परिवार ने मुकेश राजभर के इनकाउंटर को फ़र्ज़ी बताया हैं।

मारे गए मुकेश राजभर का परिवार राजधानी लखनऊ के लक्षण मेला ग्राउंड पर धरने पर बैठा है। मुकेश के पिता नंदलाल राजभर, बहन लक्ष्मी और माता के साथ परिवार के अन्य सदस्य भी न्याय की आस में लखनऊ आएं हुए हैं। मुकेश के पिता नंजलाल ने बताया कि गाड़ी चोरी के मामले में पुलिस ने फर्ज़ी तरीके से एनकाउंटर किया है। उन्होंने बताया कि गाड़ी चोरी के मामले में ज़मानत करा चुके थे लेकिन पुलिस हमें बार-बार परेशान कर रही थी।

मारे गए मुकेश की मां ने कहा कि इस पूरे मामले में सीबीआई जांच कराई जाए। और दोषी पुलिस कर्मियों पर जल्द से जल्द कार्रवाई हो। इसके साथ ही मृतक मुकेश को शहीद घोषित किया जाए। मुकेश की बहन का कहना है कि  हम लोग सब जगह चक्कर लगा चुके हैं लेकिन कोई अधिकारी हमारा सुनने वाला नहीं है इसलिए आज हम लोग लखनऊ के लक्ष्मण मेला मैदान में धरने पर बैठ गए हैं। जब तक न्याय नहीं मिलेगा तब तक हम लोग यहां से नहीं जाएंगे।

पीड़ित परिवार के समर्थन के लिए धरने में मौजूद राजभर अधिकार मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामायण राजभर ने कहा कि मुकेश के परिवार को एक करोड़ का मुआवजा दिया जाए और साथ ही परिवार के एक सदस्य को नौकरी दी जाए। सीबीआई जांच हो जिससे दोषियों के खिलाफ कार्रवाई हो सके और पीड़ित परिवार को इंसाफ मिल सके।

 

One thought on “योगी की पुलिस ने मेरे बेटे की हत्या है- आज़मगढ़ का दलित परिवार”
  1. भारतीय लोकतंत्र में संविधान के अनुसार जनता के कर्तब्य एवं अधिकार सहित सरकार का जनता के प्रति जबाबदेही व जिम्मेदारी भी निष्पक्ष न्याय संगत हो
    डॉ पंचम राजभर
    प्रमुख महासचिव ,राष्ट्रीय विमुक्त ,घुमंतू जनजाति विकास परिषद उ प्र

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