इकबाल अहमद की फेसबुक वाल से

मुंबई, महाराष्ट्र
जब तक अपने नेताओं कार्यकर्ताओं का समर्थन और बचाव नही करेगी उसे हार का सामना करते रहना पड़ेगा।
मणिशंकर ने कुछ गलत नही कहा था। उन्होंने नीच राजनीति कही थी, जो कि भाजपा और प्रधानमंत्री की तरफ से हो रही है। कांगेस को बचाव करने के बजाय मणिशंकर अय्यर को निकाल दिया। अहमद पटेल के साथ भी वही हुवा। प्रधानमंत्री मोदी ने कांग्रेस पर अनर्गल आरोप लगाया कि पाकिस्तान से मिलकर अहमद पटेल को मुख्यमंत्री बनाने की साजिश है। ऐसे में कांग्रेस बचाव करने लगी। जबकि उसे कड़े शब्दों में जवाब देना चाहिए था। क्या अहमद पटेल गुजराती नहीं हैं, या देश के नागरिक नही हैं वो मुख्यमंत्री क्यों नहीं बन सकते है। गुजरात की जनता विधायक चुन कर देगी। विधायक जिसे चुनेंगे वो मुख्यमंत्री बनेगा। वर्तमान सीएम विजय रुपाणी की जन्मस्थली गूगल ने म्यांमार बताया है।
कांग्रेस पहले भी मीडिया के आरोप पर मंत्री हटा देती थी। अब वह नेता हटा देती है। कौन सा कांग्रेसी आगे बढ़कर मक्कारो, बेईमानों से लड़ने की हिम्मत करेगा। चुनाव हार जाए पर कार्यकर्ताओं, नेताओं को नहीं हारना चाहिए। चुनाव फिर जीत जाएंगे अगर कार्यकर्ता रहेंगे। कांग्रेस के बहुत से बड़े कारोबारी नेता भाजपा से मिलकर अपना साम्राज्य बचने बचाने के लिए भाजपा के खिलाफ नही बोलते हैं।
भाजपा में नेता मंत्री सब लोग कौन कौन से अनर्गल आरोप नही लगाते है। गालियाँ तक देते हैं। भाजपा कभी उन्हें सज़ा देती है। भाजपा तो अपने ऐसे नेताओं को सम्मानित करती है। उत्तर प्रदेश के भाजपा नेता दयाशंकर ने मायावती को अपद्शब्द कहे भाजपा ने उसे निकाला परन्तु उसकी पत्नी को न सिर्फ महिला अध्यक्ष बनाया उसे विधायक का टिकट और बाद में मंत्री भी बनाया। चुनाव बाद दयाशंकर की भी वापसी हो गई। गिरिराज किशोर मंत्री होकर कितना बुरा और विवादित बोलता है उसे मंत्री बना कर रखा है। सांसद साक्षी महाराज सारी हदें पार कर देता है। प्रधानमंत्री ने खुद गरिमा का ख्याल नही रखा।
भाजपा को उसी की भाषा में जवाब देने के लिए कांग्रेस का कार्यकर्ता भी डरता है और नेता भी डरते है। नेता जब निकाला जाता है उसके हज़ारो समर्थक मायूस होकर बैठ जाते है। मीडिया कभी कांग्रेस की हो ही नही सकती। उसमें बड़ी तादाद में संघ के लोग पत्रकारिता का मुखौटे लगा कर बैठे है। कांग्रेस सत्ता में थी तब भी बचाव करती थी अब विपक्ष में है, अब भी बचाव करती है। कांग्रेस को अपने लोगो को ताकत देनी पड़ेगा तभी कांग्रेसी लड़ेगा। नहीं तो कांग्रेस इतिहास बन कर रह जायेगी। भाजपा को उसी की भाषा में जवाब देना पड़ेगा।
(इकबाल अहमद लखनऊ यूनिवर्सिटी के पत्रकारिता के छात्र रहे हैं। उनसे मेल आई iqbal.mpcc@gmail.comपर संपर्क किया जा सकता हैं)