लखनऊ, यूपी
सोमवार को 4 लोकसभा और 10 विधानसभा पर हुए उपचुनाव के मतदान के दिन कई बूथों पर ईवीएम और वीवीपैट मशीन में आई गड़बड़ी की खबरों के बाद कई राजनीतिक दलों ने चुनाव आयोग से पुनर्मतदान कराने की मांग की है। आयोग ने मंगलवार को इस मामले में अपने पर्यवेक्षकों से रिपोर्ट प्राप्त करने के बाद पुनर्विचार करेगा। चुनाव आयोग ने दलील दी है कि लोकसभा और विधानसभा के उपचुनाव के दौरान कोई भी दिक्कत आने पर 1,200 वीवीपैट मशीन को उपयोग के लिए रिजर्व रखा जाता है। कन्वेंशन के अनुसार, यदि मतदान दो घंटे से ज्यादा वक्त तक बाधित हुआ है तो उस विशेष मतदान बूथ में पुनर्मतदान कराने का आदेश देना एक वैध कारण है।
इस मामले में आयोग की फैक्टशीट में दलील दी गई है कि प्रत्येक चुनाव या उपचुनाव में सभी मतदान केन्द्रों पर ईवीएम और वीवीपीएटी मशीनों की 20 से 25 फीसदी अतिरिक्त संख्या उपलब्ध रहती है जिससे मशीनों के खराब होने की स्थिति में तत्काल अतिरिक्त मशीनें लगाई जा सकें। अतिरिक्त मशीनें सेक्टर अफसर की निगरानी में रखी जाती हैं, जिन्हें वह मशीनों के खराब होने पर बदलता है। प्रत्येक सेक्टर अफसर के क्षेत्राधिकार में करीब दर्जन भर मतदान केन्द्रों में मशीनों के रखरखाव की जिम्मेदारी होती है।
ईसी ने कहा कि ऐसी स्थिति से निपटने के लिए कैराना में 20.8 फीसदी, भंडारा-गोंडिया में 19.2, पालघर विधानसभा में 13.2, महेशतला विधानसभा में 12.4, और शाहकोट विधानसभा में 11 फीसदी वीवीपैट मशीने बदले जाने के लिए थी। सभी सीटों पर हुए उपचुनाव के लिए 11.6 फीसदी वीवीपैट को बदला जाना था, हालांकि ईवीएम का प्रतिशत 1 फीसदी कम था। बता दें कि सोमवार को भारतीय जनता पार्टी और कई अन्य विपक्षी दलों ने कई बूथों पर पुनर्मतदान कराए जाने की मांग की है।
उल्लेखनीय है कि आयोग ने भंडारा गोंदिया सीट पर 35 मतदान केद्रों पर मतदान रद्द होने की खबरों को निराधार बताया है। साथ ही कहा कि इस क्षेत्र में 25 फीसदी मतदान केन्द्रों पर ईवीएम-वीवीपैट मशीनों के खराब होने की खबरों का भी खंडन किया है। आयोग ने कहा कि भंडारा गोंदिया सीट पर किसी भी मतदान केन्द्र पर मतदान रद्द नहीं किया गया है। हालांकि आयोग ने निर्वाचन अधिकारी की ओर से मतदान के दौरान गड़बड़ी आने की शिकायतें मिलने की खबर को मानते हुए इन इस मामले में संज्ञान लेने को कहा है।
यूपी के कैराना लोकसभा और नूरपुर विधानसभा उपचुनाव के मतदान के दिन कई बूथों पर खराब हुई ईवीएम मशीनों पर भाजपा ने चुनाव आयोग को पत्र लिखा और अपरिहार्य होने पर उन जगहों पर पुनर्मतदान की गुजारिश की। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्रनाथ पांडेय ने ईवीएम मुद्दे पर विपक्ष के सवाल उठाने पर सफाई दी कि ज्यादा गर्मी के कारण भी मशीनों में इस तरह की गड़बड़ी आ सकती हैं।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्रनाथ पांडेय ने ईवीएम मुद्दे पर विपक्ष के सवाल उठाने पर सफाई दी कि भाजपा का लोकतंत्र में अटूट विश्वास है और हमारी सरकार साफ सुथरे और निष्पक्ष चुनाव की पक्षधर रही है। उन्होंने कहा, “निर्वाचन आयोग से हमें पता चला कि महाराष्ट्र की पालघर संसदीय सीट की 35-36 जगहों पर भी इस तरह की दिक्कतें आई हैं। ज्यादा गर्मी के कारण भी मशीनों में इस तरह की गड़बड़ी आ सकती हैं।”
मालूम हो कि इस मामले में उत्तर प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने सोमवार को कहा था कि 384 ईवीएम और वीवीपैट कैराना और नूरपुर में बदली गयी हैं। उन्होंने कहा कि जरूरत होगी तो पुनर्मतदान कराएंगे। ईवीएम में मामूली गड़बड़ियां आई, ज्यादातर शिकायतें वीवीपैट की आई। साथ ही उन्होंने कहा था कि ज्यादा गर्मी की वजह से वीवीपैट प्रभावित हुई। मशीन की गड़बड़ी के कारण चुनाव प्रभावित नहीं हुआ। हमारे पास पर्याप्त मात्रा में अतिरिक्त मशीनें हैं, हमने मशीनें बदलवा दीं। मतदान से पहले सभी ईवीएम और वीवीपैट की जांच हुई थी।