बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख मायावती ने उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के नतीजों पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा है कि मुस्लिम समाज ने उत्तर प्रदेश में बार-बार आजमाई पार्टी बसपा से ज्यादा सपा पर भरोसा करने की बड़ी भारी भूल की है।
शुक्रवार को जारी बयान में उन्होंने कहा कि इस बार मुस्लिम समाज बसपा के साथ तो लगा रहा मगर इनका पूरा वोट समाजवादी पार्टी की तरफ शिफ्ट कर गया। इससे इस बार बसपा को भारी नुकसान हुआ है।
उन्होंने कहा कि मुस्लिम-दलित वोट मिलते तो परिणाम अलग आए होते। हमको भरोसा है कि सफलता एक दिन हमारे कदम चूमेगी। बसपा ही भाजपा को रोकेगी। बसपा को मेहनत का फल नहीं मिला हम संघर्ष कर रहे हैं, संघर्ष रंग लाएगा। मायावती ने इसके साथ ही जनता, कार्यकर्ताओं व पदाधिकारियों का आभार जताया।
भाजपा की जीत पर बसपा सुप्रीमो ने कहा कि वर्ष 2017 से भाजपा की स्थिति अच्छी नहीं थी। इस बार के चुनाव परिणाम एक सबक है। बसपा का कर्म पर भरोसा है, यह चुनाव परिणाम आगे के लिए सबक हैं। हमको चुनाव में हार से घबराना नहीं है। हर बार की तरह ही इस बार भी बसपा के बारे में गलत प्रचार हुआ था। सपा ने तो हमें भाजपा की बी टीम बताया था।
मायावती ने कहा कि यह तो सत्य है, अगर मुस्लिम-दलित वोट मिल जाता तो भाजपा हमसे हार जाती। मायावती ने कहा कि कल उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में बसपा की उम्मीद के विपरीत जो नतीजे आए हैं, पार्टी के नेता तथा कार्यकर्ता को उससे घबराकर व निराश होकर टूटना नहीं है। उसके सही कारणों को समझकर और सबक सीखकर हमें पार्टी को आगे बढ़ाना है और आगे चलकर सत्ता में जरूर आना है। उन्होंने कहा कि यह चुनाव परिणाम आगे के लिए सबक हैं। इस बार भी बसपा के बारे में गलत प्रचार हुआ है। सभी इससे सजग रहें।
बसपा मुखिया मायावती ने कहा कि पार्टी और मूवमेंट को फिर आगे बढ़ाना है। असहाय, गरीबों की भलाई के काम करना है। बहुजन समाज पार्टी संघर्ष करती रहेगी, इस बार उम्मीदों के खिलाफ नतीजे आए हैं। बसपा संघर्ष करती रहेगी हमें हिम्मत नहीं हारनी है।