जौनपुर, यूपी
उलेमा कौंसिल को आज उस समय बड़ा झटका लगा जब कौंसिल की जौनपुर यूनिट के कई पदाधिकारी एमआईएम में शामिल हो गए। एमआईएम के प्रदेश संयोजक शौकत अली की मौजूदगी में ये घोषणा हुई। उलेमा कौंसिल छोड़ने वालों में ज़िला महासचिव इमरान बंटी, कोषाध्यक्ष जावेद सिद्दीकी, उपाध्यक्ष महताब अंसारी समेत कई नेता शामिल हैं।
ज़िले के बदलापुर पड़ाव पर अंबर पैलेस में एमआईएम की तरफ से एक प्रेस कांफ्रेंस आयोजित की गई। इसमें पार्टी के प्रदेश संयोजक शौकत अली, हामिद संजरी, कलाम आज़मी समेत कई नेता मौजूद थे। इसमें उलेमा कौंसिल से इस्तीफा देकर एमआईएम में शामिल होने वालों को सदस्यता दिलाई गई। उलेमा कौंसिल में ज़िला महासचिव रहे इमरान बंटी को एमआईएम का नया ज़िला अध्यक्ष बनाया गया हैं।
इमरान बंटी के साथ कोषाध्यक्ष जावेद सिद्दीकी, उपाध्यक्ष महताब अंसारी, संगठन मंत्री सलीम राइन, पूर्व नगर अध्यक्ष इमरान ख़ान, युवा ज़िला उपाध्यक्ष रियाज़ अंसारी, पूर्व युवा नगर अध्यक्ष मो मेराज, ज़िला कार्यकारिणी सदस्य मो तारिक समेत दर्जनों कार्यकर्ताओं ने उलेमा कौंसिल की सदस्यता छोड़ कर एमआईएम की सदस्यता हासिल की।
इस मौके पर प्रदेश संयोजक शौकत अली ने पार्टी में शामिल होने वाले सभी नेताओं का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि पार्टी अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी की क़यादत में हर वर्ग के लोग पार्टी में शामिल हो रहे हैं। सपा सरकार पर हमला करते हुए उन्होंने कहा कि चुनाव में मुलायम सिंह यादव ने मुसलमानों को 18 फीसदी आरक्षण और सच्चर कमेटी की रिपोर्ट लागू करने का वादा किया था, लेकिन सरकार को बने तीन साल से ज़्यादा हो गए अब तक वादे पूरे नहीं हुए। शौकत अली ने कहा कि यूपी में मुसलमानों और दलितों पर लगातार अत्याचार हो रहे हैं, उनकी कोई सुनावाई नहीं हो रही है। एमआईएम इस मसले पर चुप नहीं बैठेगी वह दलितों और मुसलमानों की आवाज़ हर जगह उठाएगी।
नये ज़िला अध्यक्ष बनाए गए इमरान बंटी ने कहा कि उन्हें जो ज़िम्मेदारी सौंपी गई है वह उसे पूरी लगन और ईमानदारी से पूरा करेंगे। इमरान ने कहा कि वह पूरे ज़िले में जल्द ही संगठन को खड़ा करेंगे। इस मौके पर मौजूद सभी लोगों का डॉ ग्यासुद्दीन ने शुक्रिया अदा किया।
प्रेस काफ्रेंस के मौके पर हाजी हुसैन, सफीउद्दीन शेख, अब्दुल्ला नियाज़, अयाज़ आजमी, मो शाकिर, जमशेद जावेद, मुफ्ती समीर, इरफान, महमूद अंसारी, सत्यम समेत दर्जनों लोग मौजूद थे।