नई दिल्ली
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की मुस्लिम इकाई ने रविवार को उत्तर प्रदेश के तीन जिलों में सार्वजनिक जागरूकता अभियान चलाया और विधानसभा चुनाव में समर्थन जुटाने के उद्देश्य से मुस्लिम उलेमा और विद्वानों के साथ बैठकें की. मुस्लिम राष्ट्रीय मंच की ओर से जारी एक बयान में कहा गया कि संगठन के 10 सदस्यों के एक दल ने अमरोहा, मुरादाबाद और रामपुर जिले में अभियान चलाया.
बयान के अनुसार, बैठक में एमआरएम ने कहा कि मुस्लिम समुदाय ने समाज में बढ़ रही नफरत पर चिंता व्यक्त की. हाल में उत्तराखंड में आयोजित हुई ‘धर्म संसद’ में की गई टिप्पणी का हवाला देते हुए एमआरएम ने कहा, ‘उन्हें ऐसा लगता है कि धर्म संसद में की गई टिप्पणी किसी सभ्य समाज के लिए सही नहीं हैं.
एमआरएम के राष्ट्रीय संयोजक मोहम्मद अख्तर ने कहा कि संघ या सरकार का ऐसी धर्म संसद से कोई नाता नहीं है और एमआरएम ऐसे आयोजनों का समर्थन नहीं करता तथा धर्म संसद में दिए गए बयानों की निंदा करता है.