बरेली के हाफिजगंज में प्रेम संबंधों में धर्म की बंदिशे टूट गई। परिवार वाले राजी नहीं हुये तो दोनों ने बगावत कर दी। अगस्त्य मुनि आश्रम में दोनों ने सात फेरे लेकर शादी कर ली।इसके बाद हाफिजगंज की नाजिश निहारिका गंगवार बन गई। इस मामले में लड़की के परिजनों ने नवाबगंज थाने में लड़के नीलेश और उसके परिवार वालों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है।
हाफिजगंज के एक गांव में नीलेश गंगवार और नाजिश का बचपन बीता। युवती का नवाबगंज में भी घर है। नीलेश खेतीबाड़ी करता है। दोनों के कई सालों से प्रेम प्रसंग थे। जब गांव में इसका पता चला तो परिवार वालों ने उन पर बंदिशें लगा दी। नाजिश का घर से बाहर अकेले निकलना बंद कर दिया। वह किसी से मोबाइल पर अकेले बात नहीं कर सकती थी। दस मई को नाजिश की रिश्तेदारी में एक शादी थी।
वह परिवार के साथ वहां गई थी। नीलेश भी उसी शादी में पहुंचा। जिसके बाद दोनों वहां से भाग निकले।शनिवार को नीलेश और नाजिश छोटी बमनपुरी स्थित अगस्त्य मुनि आश्रम पहुंचे। आश्रम संचालक पंडित केके शंखधार हिंदू रीति-रिवाज के साथ उनका विवाह संपन्न कराया। इसके बाद नाजिश निहारिका गंगवार बन गई। वहीं पूरे घटनाक्रम को लेकर लड़की ने बताया कि उनके परिवार वालों ने नीलेश के खिलाफ झूठी रिपोर्ट दर्ज कराई है।