राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की तुलना मुगल शासक औरंगजेब से करते हुए भाजपा युवा मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष तेजस्वी सूर्या ने बुधवार को कांग्रेस पार्टी को ‘आधुनिक मुस्लिम लीग’ बताया। सूर्या ने कहा कि राजस्थान की गहलोत सरकार हिंदुओं को बांटने और उन पर अत्याचार का काम कर रही है। उन्होंने कहा कि भाजयुमो राज्य सरकार की इस तुष्टिकरण की नीति के खिलाफ अंत तक लड़ेगी।
आज की कांग्रेस पार्टी आधुनिक मुस्लिम लीग है: सूर्या
बाद में दौसा के पास दुबी में संवाददाताओं से बातचीत में सूर्या ने कहा, ‘युवा मोर्चा इस तुष्टिकरण की नीति के खिलाफ अंत तक लड़ेगा।’ उन्होंने कहा कि वह कांग्रेस पार्टी की हिंदू विरोधी, मानवता विरोधी और भारत विरोधी नीति की निंदा करते हैं …आज की कांग्रेस पार्टी आधुनिक मुस्लिम लीग है। उन्होंने कहा, ‘स्वतंत्रता से पहले मुस्लिम लीग ने हिन्दुओं को बांटने का काम, हिन्दुओं के प्रति अत्याचार करने का काम जो मुस्लिम लीग कर रहा था उसी परंपरा को आज राहुल गांधी, सोनिया गांधी, अशोक गहलोत की कांग्रेस पार्टी आधुनिक मुस्लिम लीग जैसे जारी रख रहा है।’ उन्होंने कहा, ‘यह राजस्थान है, अफगानिस्तान नहीं। राज्य सरकार हिन्दुओं के साथ दोयम दर्ज के व्यवहार को तुंरत बंद करे। मैं राज्य में हिन्दू विरोधी, और भारत विरोधी नीति की निंदा करता हूं।
सूर्या ने याद दिलाया मथुरा-करौली संबंध
सूर्या ने मुख्यमंत्री गहलोत की तुलना मुगल शासक औरंगजेब से करते हुए कहा, ‘300 साल पहले जब औरंगजेब का राज था तब मथुरा वृंदावन में मदन मोहन जी का एक मंदिर था। औरंगजेब और उसके मातहत लोगों ने उसके ऊपर भी हमला किया था तब वहां के हिन्दू लोगों ने मदन मोहन मंदिर की मूर्ति को मथुरा वृंदावन से लाकर करौली में उसका प्राण प्रतिष्ठान किया था।’ उन्होंने कहा, ‘उनको उम्मीद थी कि करौली हिन्दुओं का संरक्षित स्थान है और यहां हिन्दुओं का मंदिर संरक्षित हो सकता है और यहां औरंगजेब जैसी शक्तियों से हिन्दू बचकर जीवन जी सकता है। इसलिये मंदिर स्थापित हुआ था और इसलिये आज भी करौली का मदन मोहन मंदिर का इतिहास है।’
सूर्या ने औरंगजेब से की गहलोत की तुलना
सूर्या ने कहा, ‘आज औरंगजेब नहीं है, लेकिन औरंगजेब की जगह अशोक गहलोत जैसे लोग आ गये है जो हमारे पूर्वजों द्वारा 300 साल की गई उम्मीद को तोड़ने का काम कर रहे हैं।’ उन्होंने कहा, ‘राजस्थान में कानून व्यवस्था पूरी तरह ठप्प हो गई है और यहां जंगल राज कायम हैं।’ उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य सरकार ने इस मामले में पीड़ितों के खिलाफ ही प्राथमिकी दर्ज कर दी जबकि दंगा करने वालों को छोड़ दिया। पूनियां ने अशोक गहलोत सरकार को घेरते हुए कहा कि आज कांग्रेस सरकार का तुष्टिकरण का चेहरा सामने आया है।
सांप्रदायिक माहौल खराब कर रहे भाजपा नेता: गहलोत
दूसरी ओर गहलोत ने ट्वीट किया, ‘जिन राज्यों में भाजपा की सरकारें हैं वहां रामनवमी पर दंगे भड़के। राजस्थान में सभी समुदायों ने साथ मिलकर रामनवमी का त्योहार मनाया एवं रामनवमी के जुलूसों का हिन्दू, मुस्लिम, सिख समेत तमाम धर्मों, वर्गों के लोगों ने स्वागत किया। भाजपा को राजस्थान के लोगों की एकता एवं सौहार्दपूर्ण माहौल से ही परेशानी है। ये अफसोस कर रहे हैं कि प्रदेश में रामनवमी का त्योहार शांतिपूर्ण ढंग से कैसे मन गया।’ गहलोत ने कहा, ‘भाजपा के नेतागण लगातार प्रयास कर रहे हैं कि कैसे राज्य में सांप्रदायिक माहौल बनाया जाए। इसलिए कभी ये करौली में जाकर भ्रामक बातें करते हैं तो कभी राज्यपाल को ज्ञापन सौंपते हैं जिससे तनाव बना रहे। परन्तु राज्य सरकार ने प्रशासन को चाक चौबंद रहने के निर्देश दिए हैं जिससे कोई भी अप्रिय घटना ना हो सके।’
मुख्यमंत्री गहलोत ने दी सख्त ‘चेतावनी’
मुख्यमंत्री ने सख्त शब्दों में कहा, ‘कोई भी व्यक्ति यदि राजस्थान की शांति व्यवस्था को भंग करने का प्रयास करेगा तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी चाहे वो किसी भी पार्टी या वर्ग से संबंध रखता हो।’ इससे पहले सूर्या और पूनियां के नेतृत्व में करौली जा रहे भाजपा कार्यकर्ताओं को पुलिस ने बुधवार को करौली-दौसा सीमा पर रोक दिया गया। दौसा के अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट राम खिलाड़ी मीणा ने बताया कि सूर्या और पूनियां को करौली जाने से रोका गया इस पर उन्होंने अपनी गिरफ्तारी दी। मीणा के अनुसार इन्हें बाद में बस में बैठा दूर ले जाकर छोड़ दिया गया। भाजपा के ये नेता व कार्यकर्ता ‘न्याय रैली’ के तहत करौली में अग्निकांड व हिंसा से पीड़ित लोगों से मिलने जा रहे थे।