यूपी एटीएस ने गुरुवार की रात सहारनपुर स्थित देवबंद से संदिग्ध बांग्लादेशी तलहा को गिरफ्तार किया। तलहा के पास से एटीएस को कई तरह की आपत्तिजनक वस्तुएं मिलीं। इसके साथ ही भारत और बांग्लादेश के पते पर बनी आईडी और अन्य दस्तावेज भी बरामद किए गए। तलहा ने भारतीय पते पर आधार कार्ड और पैन कार्ड भी बनवा लिए थे।
यह पहला मौका नहीं है। इससे पहले भी देवबंद में संदिग्ध बांग्लादेशी पकड़े जाते रहे हैं। जो फर्जी दस्तावेज तैयार कर देवबंद में रहते है। अभी 14 मार्च को ही एटीएस ने एक संदिग्ध बांग्लादेशी को गिरफ्तार किया था। एटीएस ने तलहा के कमरे की तलाशी ली, जिसके बाद उसके पास से भारतीय पते पर बने आधार कार्ड, पैन कार्ड भी बरामद किए गए। साथ ही मदरसे की आईडी और आजीवन सदस्यता का कार्ड भी मिला। इसके साथ ही बांग्लादेशी पासपोर्ट भी बरामद किया गया।
तलहा की गिरफ्तारी के बाद एटीएस और तमाम खुफिया एजेंसियां चौकन्नी हो गई हैं। देवबंद से संदिग्ध बांग्लादेशियों के तार पहले भी कई बार जुड् चुके हैं। हाल ही में एक बांग्लादेशी संदिग्ध युवक को गिरफ्तार किया गया था। जिसका संबंध पाकिस्तान के आतंकी संगठन से थे। वहीं इससे पहले भी फरवरी 2019 में पांच बांग्लादेशियों को देवबंद से पकड़ा गया था। मार्च 21 में भी बांग्लादेशी पिता-पुत्रों को सहारनपुर से गिरफ्तार किया गया था। वहीं, गतवर्ष थाना मंडी क्षेत्र से भी दो बांग्लादेशी भाइयों को गिरफ्तार किया गया था। जिन्हें हाल ही में अदालत सजा सुनाई थी।
यूपी एटीएस बांग्लादेशी छात्र गिरफ्तार किए जाने पर शिक्षण संस्था के पदाधिकारी का कहना हैं कि भारतीय दस्तावेजों के आधार पर ही दाखिला लिया होगा। ईद की छुट्टियों होने के चलते संस्था के सभी कार्यालय बंद हैं। जिसके चलते गिरफ्तार छात्र के बारे में अभी कुछ बताया नहीं जा सकता है। गिरफ्त में आया छात्र अगर संस्था में पढ़ता था तो उसने भारतीय दस्तावेजो पर ही दाखिला लिया होगा। अब छात्र द्वारा जमा कराए जाने वाले प्रमाण पत्रों को सत्यापित करने के लिए खुफिया विभाग से सत्यापन कराया जाएगा।