नई दिल्ली
अमूमन देश में नेताओं की फौज अपनी सुरक्षा का तामझाम लेकर चलने को अपना स्टैटस मानती है। पर क्या मोदी सरकार में खास लोग अपनी सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं या फिर मोदी सरकार का गुणगान करने वाले न्यूज़ चैनल में लोग अब असुरक्षित महसूस करने लगे हैं। शायद न्यूज़ चैनल के इतिहास में ऐसा पहला मौका है जब कोई नेता अपने बॉडीगार्ड के साथ चैनल के डिस्कशन में शामिल हुआ हो।
ताज़ा मामला बीजेपी के फायरब्रांड नेता और सांसद सुब्रामण्यम स्वामी से जुड़ा है। सांसद स्वामी अंग्रेजी न्यूज़ चैनल टाइम्स नाऊ के कर्नाटक चुनाव को लेकर हो रही डिबेट में भाग लेने के लिए पहुंचे। चैनल में चल रही डिबेट में सुब्रमण्यम स्वामी बीजेपी का पक्ष रख रहे थे। इसी बीच जब दर्शकों की नज़र चैनल के स्टूडियों पर पड़ी तो देखा कि सुब्रामण्यम स्वामी की कुर्सी के पीछे उनका बॉडीगार्ड खड़ा है। न्यूज़ चैनल के इतिहास में ऐसा पहला मौका है जब कोई गेस्ट अपने बॉडीगार्ड को लेकर किसी चैनल की डिबेट या कोई प्रोग्राम में शामिल हुआ हो।
आखिर सुब्रामण्यम स्वामी अपने बॉडीगार्ड के साथ स्टूडियों की डिबेट में क्यों शामिल हुए। क्या उन्हें वहां किसी प्रकार का खतरा था। ये बड़ा सवाल है जिसका जवाब खुद सुब्रामण्यम स्वामी की बता सकते हैं। वैसे देश में कई ऐसे नेता भी हैं जो सुरक्षा के तामझाम से दूर रहते हैं। इनमें एमआईएम के अध्यक्ष और हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी का नाम प्रमुख रूप से शामिल है। ओवैसी के साथ कभी सुरक्षाकर्मी नहीं देखा जा सकता है।
दरअसल चैनलों पर चलने वाली डिबेट में कई बार आपस में टकराहत हुई है। बिग बॉस फेस बाबा ओमदेव ने आईबीएन 7 की एक डिबेट में महिला गेस्ट पर हाथ उठाया था। अभी कुछ ही दिन पहले कांग्रेस के प्रवक्ता राजीव त्यागी न्यूज़ 18 चैनल (पहले आईबीएन-7) की एक डिबेट में शामिल हुए थे। इस कार्यक्रम में चैनल के एंकर और एक्ज़्यूकिटिव एडिटर सुमित अवस्थी ने डिबेट के दौरान ही कांग्रेस प्रवक्ता राजीव त्यागी को मारते नज़र आए थे।