लखनऊ, यूपी
एमआईएम के राष्ट्रीय अध्यक्ष और हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने पार्टी लाइन के बाहर जाने वालों पर सख्त रुख अखियार किया है। ओवैसी ने पार्टी के यूपी महासचिव सैयद रफत ज़ुबैर को पार्टी गाइडलाइन के खिलाफ जाकर बयान देने के लिए पार्टी से निकाल दिया है। दरअसल प्रदेश महासचिव सैयद रफत ने बाबरी मस्जिद विवाद में तीन सूत्रीय फार्मूला पेश किया था। पार्टी ने इस फार्मूले से अपने आपको अलग कर लिया है और कहा है कि वह बाबरी मस्जिद मुद्दे पर ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के साथ हैं।
पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष शौकत अली की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि राष्ट्रीय अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी के निर्देश पर प्रदेश महासचिव सैयद रफत को पार्टी से निकाल जा रहा है। इससे पहले पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता आसिम वकार ने अपने ट्वीट में सैयद रफत को चेतावनी जी थी कि वह मीडिया में ऐसा कोई बयान ने दें जो पार्टी की गाइडलाइन से परे हो। अपने निष्कासन के बाबत मीडिया के सवाल पर सैयद रफत ने कोई जवाब नहीं दिया है।
मालूम हो कि पार्टी महासचिव सैयद रफत ज़ुबैर ने एक प्रेस कांफ्रेंस बुलाई थी। इस प्रेस कांफ्रेंस में उन्होंने बाबरी मस्जिद विवाद में हाल ही सुप्रीम कोर्ट के बातचीत के सुझाव का स्वागत किया था। सैयद रफत तीन सुत्रीय फार्मूला पेश किया था। इसमें पहला बीजेपी को बाबरी मस्जिद की शहादत के लिए माफी, दूसरा बीजेपी और उसके संगठन दूसरे विवादित मस्जिदों, ईबादतगाहों पर बयान देना बंद करें। तीसरी बात जो फार्मूले में बताई गई वो ये थी कि ये बात मानने के बाद मुसलमान मस्जिद की जगह सौंप देगा और उसके बदले में कहीं और मस्जिद लेगा।
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