लखनऊ, यूपी
उप्र कांग्रेस कमेटी के कम्युनिकेशन विभाग के वाइस चेयरमैन मारूफ खान ने जारी बयान में कहा है कि केन्द्र सरकार द्वारा जारी किये गये 2016-17 के बजट से अल्पसंख्यक समुदाय को घोर निराशा हुई है। उन्होंने कहा कि अल्पसंख्यकों के विकास और उत्थान के लिए यूपीए सरकार द्वारा कायम किये गये अल्पसंख्यक मंत्रालय के बजट में मात्र 90 करोड़ रूपये की बढ़ाना हास्यास्पद है।
मारूफ खान ने कहा कि अल्पसंख्यक मंत्रालय के अधीन आने वाले वर्गों जैसे मुस्लिम, सिख, ईसाई, जैन, बौद्ध और पारसी समुदाय, जिसकी आबादी इस समय देश में लगभग 18 करोड़ है, उस अल्पसंख्यक वर्ग के बजट में केवल 90 करोड़ रूपये की वृद्धि करने का मतलब प्रति व्यक्ति केवल 5 रूपये बढ़ाना हुआ। ये हास्यास्पद और चिन्ताजनक है। इससे मोदी सरकार का सबका साथ-सबका विकास का नारा खोखला साबित हुआ है।
मारूफ खान ने कहा कि जहां एक ओर कुछ दिन पूर्व राज्य सरकार द्वारा घोषित किये गये बजट में अल्पसंख्यक बाहुल्य क्षेत्रों में मल्टी सेक्टोरियल डेवलपमेंट प्लान (एमएसडीपी) में 2300 करोड़ रूपये की कटौती एवं प्रदेश के अल्पसंख्यक छात्रों को मिलने वाली छात्रवृत्ति में 137 करोड़ रूपये की कटौती की गयी वहीं केन्द्र सरकार द्वारा घोषित बजट में अल्पसंख्यक समुदाय के विकास और उत्थान के लिए किसी भी नई योजना का ऐलान न किया जाना राज्य सरकार और केन्द्र सरकार की अल्पसंख्यक विरोधी मानसिकता को दर्शाता है।