एससी एसटी एक्ट लगाने पर भड़की उलेमा कौंसिल

मोहम्मद शारिक ख़ान

जौनपुर, यूपी

ज़िले के शाहगंज में दो दिन पहले अस्पताल में तोड़फोड़ के मामले में उलेमा कौंसिल के नेता पर एससी एसटी एक्ट लगाया गया है। पुलिस द्वारा एकतरफा कार्रवाई करने पर उलेमा कौंसिल के नेता और कार्यकर्ता बेहद नाराज़ हैं। उलेमा कौंसिल के नेताओं ने सपा सरकार पर आरोप लगाया है कि वह मुसलमानों की आवाज़ को दबाना चाहती है।
इस मामले में राष्ट्रीय उलेमा कौंसिल की एक बैठक ज़िला महासचिव मसूद अहमद सिद्दीकी के गुरैनी स्थित आवास पर आयोजित की गई। इस बैठक में पार्टी के शाहगंज नगर अध्यक्ष सफात अशफाक उर्फ सफ्फू पर फर्जी तरीके से धारा 307, एससी एसटी एक्ट, और लूट की धारा लगाने की कड़ी आलोचना की गई।

बैठक को सम्बोधित करते हुए ज़िला सचिव ने कहा कि स्थानीय पुलिस एक जनप्रतिनिधि के दबाव मे फर्जी मुकदमा दर्ज कर नगर अध्यक्ष को आरोपी बना दिया। जबकी उन्हें सर में गम्भीर चोट आयी और उनकी हड्डी टूट गयी। बैठक में सपा सरकार को चेतावनी दी गई और कहा गया कि फर्जी मुकदमा वापस नही लिया गया तो पार्टी सड़क पर उतर इसका ज़ोरदार विरोध करेगी। इसके लिए रणनीति भी बनाई गई। पार्टी नेताओं ने कहा कि घटना की पूरी जानकारी पार्टी के अध्यक्ष मौलाना आमिर रशादी को दी जा चुकी है और उन्हीं के निर्देश पर ये बैठक की गई है।

मालूम रहे इतवार की देर शाम शाहगंज के एराकियाना मोहल्ला में मौजूद सर सैयद हास्पिटल के संचालक डा अरशद और उलेमा कौंसिल के नगर अध्यक्ष सफात अशफाक उर्फ सफ्फू के बीच वाहन खड़ा करने को लेकर जमकर विवाद हो गया था। पार्टी का कहना है कि इसमें अध्यक्ष के सर मे गम्भीर चोट आयी और हड्डी टूट गयी। वही समर्थको ने चिकित्सालय के शीशे तोड़ डाले थे। जिसमे दोनों पक्षों की ओर से मुकदमा दर्ज कराया गया था।

बैठक मे प्रमुख रुप से रिजवान साहीन, मो ज़ाहिद, हाफिज़ राशिद, दशरथ गौड़, लालमन यादव समेत कई कार्यकर्ता मौजूद थे।

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  1. Comment:Ruc aik tahreek hai is liye iski na insaafi aur zulmo sitam k khilaf uthne wali Awaz ko dabaya nhi ja skta

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