रियाद, सऊदी अरब
पिछले साल हज के दौरान भगदड़ में 2,000 से ज़ायादा हाजियों की मौत के बाद इस साल हज पर जाने वालों को एक इलेक्ट्रॉनिक सुरक्षा ब्रेसलेट दिया गया है। ये ब्रेसलेट हाजियों की पहचान में बेहद मददगार साबित हो रहा है। ब्रेसलेट में लगे ई-डिवाइस की मदद की न सिर्फ हाजियों की पहचान हो जाती है बल्कि उनके बारे में सभा सूचनाएं भी इसी ब्रेसलेट में मौजूद है।
दरअसल पिछले साल हज के दौरान 24 सितंबर को भगदड़ में कम से कम 2 हज़ार से ज़्यादा हाजियों की मौत हो गयी थी। उनमें से कुछ ने घटना के शिकार लोगों की पहचान करने में मुश्किलों की बात कही थी। सउदी अरब सरकार इस वजह से मुश्किलों का सामना करना पड़ा था। हज के इतिहास में यह सबसे बड़ी घटना थी। सऊदी अरब के हज मंत्री राजकुमार मोहम्मद बिन नायफ ने पिछले साल भगदड़ के तुरंत बाद जांच का आदेश दिया था।
ई-ब्रेसलेट वाटरप्रूफ और जीपीएस लोकेशन सिस्टम से जुड़ा है। इसमें हज यात्रियों का पता और मेडिकल रिकार्ड समेत सभी निजी सूचना दर्ज है। सउदी गजट अखबार की खबर के मुताबिक इस महीने हज याक्षियों की सुरक्षा को लेकर मक्का के काबा शरीफ में 800 से ज़्यादा निगरानी कैमरे लगाये गये हैं।