रियाद, सऊदी अरब
शरिया कानून के तहत सऊदी अरब में शाही परिवार के एक प्रिंस तुर्की बिन सऊद अल-कबीर को मौत की सज़ा दे दी गई। अल-कबीर को एक शख्स के हत्या के इल्ज़ाम में कोर्ट ने करीब दो साल पहले दोषी पाया था। सऊदी अरब में करीब 40 साल बाद यह पहला मामला है, जिसमें ‘हाउस ऑफ सऊद’ के किसी मेंबर को मौत दी गई है। मालूम हो कि इससे पहले 1977 में प्रिंसेस मिशाएल-बिन-फहद को मौत दी गई थी। अल-कबीर 2016 में मौत की सज़ा पाने वाले 134वें शख्स हैं।
सऊदी अरब के गृह मंत्रालय के मुताबिक अल-कबीर को यह सज़ा मंगलवार को दी गई। हालांकि अभी यह साफ नहीं हो पाया है कि उन्हें किस तरीके से मौत दी गई। सरकार ने बताया कि इससे सऊदी अरब के हर सिटिजन को भरोसा मिलेगा कि सरकार इंसाफ और लोगों की सुरक्षा के लिए कटिबद्ध है।
अल-कबीर पर आदेल-अल-मोहम्मद नाम के शख्स को गोली मारने का आरोप था। अरब न्यूज ने नवंबर 2014 में खबर दी थी कि रियाद की एक कोर्ट ने ‘हाउस ऑफ सऊद’ के एक अनाम प्रिंस को अपने फ्रेंड के मर्डर के मामले में दोषी पाया है। सऊदी अरब न्यूज पेपर के मुताबिक, यह मामला साल 2012 का है। रियाद के एक डेजर्ट कैम्प में प्रिंस तुर्की बिन सऊद अल-कबीर का झगड़ा हो गया था। इससे नाराज़ कबीर ने फायरिंग कर दी थी। इसमें आदेल-अल- मोहम्मद शख्स की मौत हो गई थी और एक शख्स जख्मी हो गया था। ये कैम्प सऊदियों के बीच काफी लोकप्रिय होता है। विक्टिम फैमिली ने सज़ा माफ करने के बदले मनी लेने से मना कर दिया इसलिए अल-कबीर की सज़ा माफ नहीं हुई।