सतना में भाजपा नेता ने नगर पंचायत सीएमओ का सिर फोड़ा

SATNA BJP LEADERS SMASHED THE HEAD OF CMO 1 280619

सतना, मध्यप्रदेश

प्रदेश में जनप्रतिनिधि और अधिकारियों-कर्मचारियों के बीच मारपीट और उन्हें धमकाने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा। इंदौर में विधायक आकाश विजयवर्गीय द्वारा ननि कर्मचारी को पीटने और फिर दमोह में भाजपा युमो जिला उपाध्यक्ष द्वारा नगरपालिका के लेखाधिकारी को ठीक से काम न करने पर बैट से पिटाई की धौंस देने के बाद अब सतना में नगर परिषद अध्यक्ष द्वारा सीएमओ की पिटाई का मामला सामने आया है।

शुक्रवार को रामनगर नगर परिषद की बैठक (पीआईसी) के दौरान अध्यक्ष रामसुशील पटेल ने सीएमओ देवरत्न सोनी पर डंडे से हमला कर उनका सिर फोड़ दिया। इस मारपीट में सोनी को गंभीर चोटें आई हैं। इतना ही नहीं अध्यक्ष के समर्थकों ने कर्मचारी लालजी सिंह, दिवाकर मिश्रा, अजय द्विवेदी के साथ भी मारपीट कर उन्हें घायल कर दिया।

सीएमओ व कर्मचारी जब भागने लगे तो डंडों से लैस समर्थक भी उनके पीछे-पीछे दौड़ पड़े और सभी को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा। सीएमओ की रिपोर्ट पर पुलिस ने मामला दर्ज कर अध्यक्ष रामसुशील पटेल को गिरफ्तार कर लिया है। हालांकि मारपीट में रामसुशील पटेल को भी सिर में चोटें आई हैं। उनके मुताबिक सीएमओ ने हमला कर उनका सिर फोड़ा है। पुलिस अध्यक्ष के आरोपों की भी जांच कर रही है।

घटना का कारण
घटना के पीछे प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत 453 लोगों को अपात्र करने का मुद्दा था। जिसका सीएमओ ने यह कहते हुए जवाब देने से इंकार कर दिया कि यह उनका विशेष अधिकार है। इसी दौरान अध्यक्ष और सीएमओ के बीच तीखी बहस शुरू हो गई और अध्यक्ष रामसुशील ने सीएमओ सोनी पर डंडे से हमला कर दिया।

एक दिन पहले जिन्हें किया निलंबित उन्हीं की लगा दी ड्यूटी तो भड़क उठे अध्यक्ष
शुक्रवार को हुई घटना के पीछे का कारण एक दिन पहले गुरुवार को हुई पीआईसी बैठक को माना जा रहा है। दरअसल, बैठक में नगर परिषद अध्यक्ष ने अपने विशेषाधिकार का इस्तेमाल करते हुए परिषद के पांच कर्मचारियों को निलंबित कर दिया था। इतना ही नहीं उन्होंने सीएमओ के निलंबन का प्रस्ताव भी पास किया। हालांकि सीएमओ का निलंबन प्रमुख सचिव नगरीय प्रशासन के अधिकार क्षेत्र में आने के कारण रुक गया।

लेकिन नगर परिषद के पांच कर्मचारी राजेन्द्र वर्मा, रत्नेश पांडेय, दिवाकर मिश्रा, अजय द्विवेदी व महेन्द्र तिवारी को निलंबित कर दिया गया था, पर शुक्रवार को सीएमओ सोनी ने पीआईसी की फिर हुई बैठक में इन्हीं निलंबित कर्मचारियों की ड्यूटी लगा दी, जिसे देखकर अध्यक्ष भड़क उठे और सीएमओ से कहासनी शुरू हो गई और फिर मारपीट में बदल गई।

इनका कहना है
सीएमओ जानबूझकर पात्र हितग्राहियों को अपात्र कर रहे हैं। यह सब पूर्व विधानसभा उपाध्यक्ष राजेन्द्र सिंह के इशारे पर हो रहा है। जब उन्हें ऐसा करने से मना किया तो वो परिषद के कर्मचारियों के साथ मिलकर मारपीट करने लगे। मैंने थाने में आवेदन दिया है। राजनीतिक प्रतिद्वंदिता के चलते सीएमओ की रिपोर्ट एकतरफा दर्ज कराई गई है।

रामसुशील पटेल, अध्यक्ष नगर परिषद रामनगर
मैं बैठक में था, इसी समय अध्यक्ष अपने समर्थकों के साथ मीटिंग कक्ष में आए और बातचीत किए बिना ही मारपीट शुरू कर दी। उनके द्वारा लगाए गए आरोप निराधार हैं।

देवरत्नम सोनी, सीएमओ नगर परिषद रामनगर
अध्यक्ष व सीएमओ के बीच विवाद हुआ है। सीएमओ सोनी को गंभीर चोटें आई हैं। सीएमओ की रिपोर्ट पर अध्यक्ष सहित अन्य पर सरकारी काम में बाधा डालने व आईपीसी की धारा के तहत मामला दर्ज किया गया है। अध्यक्ष के आरोपों की जांच कराई जा रही है।