रूस के लिए ये क़यामत का दिन था। यूराल एयरलाइंस की एयरबस नंबर 321 में ऐसी गड़बड़ी आई कि साफ़ हो गया कि जहाज़ हवाई अड्डे तक नहीं पहुंच सकता। इंजन ख़राब हो चुका था। लैंडिंग गियर भी काम नहीं कर रहा था। पायलट के पास दो ही रास्ते बचे थे। या तो हवाई अड्डे तक उड़ाने का रिस्क ले या फिर कोई आपातकालीन रास्ता चुने। दोनों में ही ख़तरा था।
हवाई जहाज टकराया पक्षियों के झुंड से
यह विमान उड़ान के दौरान हवा में गुजर रहे पक्षियों के समूह से जा टकराया, जिसके बाद इसके इंजन में कई पक्षी आ फसे। पक्षियों के टकराने से हवाई जहाज के इंजन ने काम करना बंद कर दिया, जिसके बाद विमान उड़ने कि स्थिति मे नहीं रह गया। बताते चले पूरी घटना के बाद विमान का अगले एयरपोर्ट तक पहुंचना नामुकिन हो चला था, और इंमरजेंसी लैंडिंग के लिए आसपास समुद्र या नदी भी मौजूद नहीं थीं।
पायलट ने कराया मक्के के खेत में इमरजेंसी लैंडिंग
आपात स्थिति में पायलट ने रूस के दक्षिण पूर्वी क्षेत्र में विमान मार्ग के पास ही मौजूद बड़े से मक्के के खेत मे बंद पड़े विमान को उतारने का फैसला लिया। पायलट का खेत में विमान उतारने का फैसला जोखिम भरा था, पर आखिरकार पायलट ने सूझबूझ से विमान को खेत में उतार लिया। लैडिंग के बाद 233 यात्रियों को सकुशल बाहर निकाला गया। फिलहाल 23 यात्रियों के घायल होने कि बात कही जा रही हैं, जिनका इलाज चल रहा है।