नई दिल्ली
दलित संगठनों द्वारा भारत बंद का पूरा समर्थन करते हुए बीएसपी सुप्रीमों मायावती ने बीजेपी पर ज़ोरदार हमला बोला है। मायावती ने कहा है कि केंद्र की मोदी सरकार दलित विरोधी है और वह एससी एसटी एक्ट को कमज़ोर करने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ केंद्र ने पिटिशन दायर करने में देरी की।
भारत बंद के दौरान हुई हिंसा की मायावती ने कड़ी निंदा की है। उन्होंने कहा कि दलित और पिछड़े समाज के लोगों के बीच कुछ जातिवादी और असमाजिक तत्वों ने घुसकर हिंसक घटनाओं को अंजाम दिया है। उन्होंने पुलिस प्रशासन से ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की है। साथ ही उन्होंने कहा कि इन लोगों की आड़ में दलित और पिछड़े लोगो को निशाना न बनाया जाए। यदि ऐसा होता है तो बीएसपी चुप नहीं बैठेगी।
मालूम हो कि एससी-एसटी एक्ट में बदलाव पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ पूरे देश में दलित संगठनों ने भारत बंद का आयोजन किया था। इस दौरान कुछ एक राज्यों में पुलिस और आंदोलनकारियों के बीच हिंसक झड़पें भी हुई हैं, जिनमें जानमाल का नुकसान हुआ है। बीएसपी सुप्रीमो ने पीएम मोदी पर पिछड़ा और दलित विरोधी होने का आरोप लगाते हुए कहा कि उनपर जो यह धब्बा लगा है। वह उनकी कथनी और करनी में फर्क का परिणाम है। बाबा साहेब के अथक प्रयासों से जो अधिकार पिछड़े और दलित वर्ग को मिले हैं, बीजेपी उन्हें छीनना चाहती है। सरकार की इन नीतियों के चलते दलितों और आदिवासियों में गुस्सा है।