जयपुर, राजस्थान
राज्य में राजनीतिक संकट अभी जारी है। कांग्रेस एक तरफ अपने विधायकों को लेकर घेराबंदी कर रही है तो दूसरी तरफ उसकी नज़र बीजेपी के बागी विधायकों पर टिकी है। राज्य के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बीजेपी को लेकर एक बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि अब बीजेपी अपने विधायकों की बाड़ेबंदी कर रही है, क्योंकि इनकी पोल खुल गई है। सरकार में तो हम लोग हैं। राज्य में विधायकों की होर्स ट्रेडिंग हो रही थी इसलिए हमें सबको एक साथ रखना पड़ा।
अशोक गहलोत ने दावा किया कि बीजेपी तीन-चार जगहों पर बाड़ेबंदी कर रही है वो भी चुन-चुन कर। मुझे इनमें फूट पड़ती दिख रही है। इसके अलावा राजस्थान के सीएम गहलोत ने कहा कि बीजेपी नेताओं और हमारी पार्टी छोड़ चुके लोगों के खिलाफ हर घर में गुस्सा है। मेरा मानना है कि वे भी इसे समझते हैं और उनमें से अधिकांश हमारे पास लौट आएंगे।
हमारी लड़ाई डेमोक्रेसी को बचाने की लड़ाई है, वो जारी रहेगी। विजय हमारी होगी, विजय सत्य की होगी, विजय प्रदेशवासियों की होगी, विजय उन तमाम विधायकों की होगी चाहे पक्ष में हैं चाहे विपक्ष में हैं, जो चाहते हैं कि सरकारें अस्थिर नहीं होनी चाहिए।
:Talked to media in Jaisalmer today pic.twitter.com/maveMOjXRw
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) August 9, 2020
गहलोत ने किया जीत का दावा
सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि हमारी लड़ाई लोकतंत्र को बचाने की लड़ाई है, वो जारी रहेगी। विजय हमारी होगी, विजय सत्य की होगी, विजय प्रदेशवासियों की होगी, विजय उन तमाम विधायकों की होगी चाहे पक्ष में हैं चाहे विपक्ष में हैं, जो चाहते हैं कि सरकारें अस्थिर नहीं होनी चाहिए।
कांग्रेस ने दी पार्टी विधायकों को नसीहत
राजस्थान में विधानसभा सत्र 14 अगस्त से शुरू होगा और इसमें बहुमत परीक्षण भी करवाया जा सकता है। ऐसे में सत्र से पहले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सभी विधायकों के नाम एक चिट्ठी लिखकर उनसे सच्चाई का साथ देने और लोकतंत्र बचाने की अपील की है। सीएम ने पत्र में लिखा है कि चुनाव में हार-जीत होती रहती है और जनता का फैसला ही शिरोधार्य होता है। यही हमारी परम्परा रही है। अशोक गहलोत ने कहा है कि वर्तमान में जो सियासी घटनाक्रम चल रहा है, उसे लेकर षड़यंत्र रचने वाले जनप्रतिनिधियों के खिलाफ जनता में भयंकर आक्रोश है. सीएम गहलोत सभी विधायकों से अपील की है कि जनता का विश्वास बरकरार रखने और गलत परम्पराओं से बचने के लिए उन्हें आम लोगों की आवाज सुननी चाहिए।