नागरिकता संशोधन बिल 2019 के खिलाफ असम बंद का व्यापक असर हुआ है। असम के दो छात्र संगठनों ने नागरिकता संशोधन बिल का विरोध करने के लिए गुवाहाटी में बंद का आह्वान किया है। बंद की वजह से दुकानें, स्कूल, कॉलेज बंद हैं। कई यूनिवर्सिटी में परीक्षाएं रद्द कर दी गई है।
नागरिकता संशोधन बिल 2019 सोमवार को देर रात लोकसभा से पास हो गया है। अब बुधवार को इसे राज्यसभा में पेश किया जाएगा। बिल के विरोध में ऑल असम स्टूडेंट यूनियन (AASU) और नॉर्थ ईस्ट स्टूडेंट यूनियन (NESU) ने 11 घंटे का बंद बुलाया है। डिब्रूगढ़ और जोरहाट में छात्र संगठनों ने जोरदार प्रदर्शन किया। इस दौरान आगजनी की भी घटना हुई।
शहर के मालीगांव में प्रदर्शनकारियों ने एक सरकारी बस पर पत्थरबाजी की और एक स्कूटर में आग लगा दी। बंद के समर्थन में दुकान, बाजार, व्यावसायिक प्रतिष्ठान बंद रहे। स्कूल कॉलेज और विश्वविद्यालय को भी बंद कर दिया गया। प्रदर्शनकारियों और सुरक्षाबलों के बीच सचिवालय और विधानसभा भवन के पास भिडंत हो गई।
बंद की वजह से ट्रेन सेवाओं पर भी असर पड़ा। प्रदर्शनकारी रेलवे ट्रैक पर जम गए और कई ट्रेनों को रोक दिया। सरकारी और निजी वाहन भी सड़क से दूर रहे। असम ट्रांसपोर्ट की बसें पुलिस सुरक्षा में गुवाहाटी शहर से लेकर एयरपोर्ट के बीच चलीं।
गुवाहाटी के तहत आने वाले विश्विविद्यालयों में परीक्षाएं रद्द कर दी गईं। गुवाहाटी विश्वविद्यालय, कॉटन यूनिवर्सिटी और जोरहाट स्थित असम कृषि विश्वविद्यालय के छात्र सड़कों पर दिखे। ये छात्र इस बिल को तत्काल वापस लेने की मांग कर रहे थे। बता दें कि बुधवार को नागरिकता संशोधन बिल 2019 को राज्यसभा में पेश किया जाएगा।
डिब्रूगढ़ जिले में प्रदर्शनकारी CISF कर्मियों से भिड़ गए। इस दौरान तीन प्रदर्शनकारियों को चोटें आईं। ये प्रदर्शनकारी ऑयल इंडिया लिमिटेड के दफ्तर में जाने वाले कर्मचारियों को रोकने की कोशिश कर रहे थे। इस दौरान CISF ने बल प्रयोग किया जहां तीन लोगों को चोटें आईं।