आजमगढ़, यूपी
जिले के निजामाबाद थाना क्षेत्र के शिवली गांव में कर्बला में लुटे हुए काफिले की याद में निकाले गए कदीमी अमारी जुलूस में पाकिस्तान जिंदाबाद व हिंदुस्तान मुर्दाबाद के नारे लगाने का मामला गलत निकला। जुलूस में इस तरह का कोई नारा लगाया ही नहीं गया था। दरोगा की ओर से इस मामले में गलत मुकदमा दर्ज किया गया था। जांच में नारे लगाने की बात पूरी तरह गलत निकली।
इसके बाद एफआईआर रद कर दी गयी। पुलिस अधीक्षक ने मामले को गंभीरता से लेते हुए एफआईआर दर्ज कराने वाले चौकी इंचार्ज राशिदगंज कमला शंकर गिरी पर कार्रवाई करते हुए उसे लाइन हाजिर कर दिया है। अब अधिकारी सफाई दे रहे हैं कि मुकदमा दर्ज करने वाला दरोगा वहां लगे माइक और स्पीकर्स में सही उच्चारण नहीं सुन सका और इसी के चलते ऐसा हो गया।
बता दें कि रविवार को निजामाबाद थानाक्षेत्र के शिवली गांव में कर्बला में लुटे काफिले की याद में कदीमी (प्राचीन) अमारी का जुलूस निकाला गया था। जिसमें करबला में शहीद हुए 72 लोगों की याद में ताबूत निकाला गया। इस जुलूस में प्रदेश के विभिन्न जिलों के सैकड़ों लोग शामिल हुए।
जुलूस को शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न कराने के लिए चौकी इंचार्ज राशिदगंज उप निरीक्षक कमला शंकर गिरी, कॉस्टेबल अवधेश प्रसाद, कांस्टेबल अभिमन्यु व कांस्टेबल प्रवीण कुमार की ड्यूटी लगाई गई थी। कार्यक्रम समाप्त होने के बाद चौकी प्रभारी ने थाने में रिपोर्ट दर्ज करायी कि कार्यक्रम के आखिर में छह बजे पाकिस्तान जिंदाबाद व इंडिया मुर्दाबाद के नारे लगाये गए।
इस मामले में कार्यक्रम के आयोजक शिवली गांव निवासी जफर अब्बास पुत्र आले हसन व सैय्यद कमर अब्बास पुत्र अली हसन के खिलाफ लाउड स्पीकर के माध्यम से आपत्तिजनक शब्द पाकिस्तान जिंदाबाद व हिंदुस्तान मुर्दाबाद का नारा लगाने के आरोप में धारा 153बी के तहत एफआईआर दर्ज की गयी।
मामला संज्ञान में आने के बाद पुलिस अधीक्षक प्रो. त्रिवेणी सिंह ने एलआईयू इंस्पेक्टर व सीओ से मामले की जांच करायी। जांच के दौरान कार्यक्रम की वीडियो व आडियो टेप को सुना गया। जिसमें किसी तरह की आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल नहीं पाया गया।
वीडियो रिकॉर्डिंग में पाया गया कि ध्वनि विस्तारक यंत्रों में तकनीकी कारणों से आवाज स्पष्ट न होने के कारण उप निरीक्षक द्वारा उच्चारण में हुसैनियत के बदले पाकिस्तान तथा यजीदियत के स्थान पर इंडिया समझ लिया गया। इसके बाद उन्होंने मुकदमा पंजीकृत करा दिया। विवेचना उपनिरीक्षक विजय प्रकाश मौर्या द्वारा की जा रही है तथा अभियोग को अंतिम रिपोर्ट लगाकर शीघ्र समाप्त करने की प्रक्रिया जारी है। एसपी ने बताया कि इस मामले में लापरवाही बरतने के आरोप में उप निरीक्षक को लाइन हाजिर कर दिया गया है।