पटना, यूपी
नवादा में नीतीश पुलिस की बर्बरता के खिलाफ चल रहे आंदोलन की आग राजधानी पहुंच गई है। पटना में राज्य की नीतीश सरकार के खिलाफ प्रदेश के अलग-अलग राज्यों और ज़िलों से आये हुए 30 से अधिक सामाजिक संगठनों, कार्यकर्ताओं ने धरना दिया और इस पूरे मामले पर एफआईआर दर्ज कराकर जांच कराने, दोषी पुलिस कर्मियों और अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करने और इस मामले में पीड़ित लोगों को मुआबज़ा देने की मांग की गई।
इंसाफ इंडिया के नेतृत्व में सामाजिक संगठनों ने ये धरना पटना के गर्दनीबाग में हुआ। ये धरना सुबह 11 बजे दिन से 4 बजे दिन तक चला। धरना से नवादा के डीएम-एसपी पर कठोर कार्रवाई करने, सांप्रदायिक उत्पातियों और दोषी पुलिस कर्मियों पर मुकदमा दर्ज़ करने, जेल में बंद बेकसूरों को रिहा करने और न पर मुकदमा वापस लेने, पीड़ितों को क्षतिपूर्ति मुआवज़ा देने और पूरे मामले की न्यायिक जांच कराने की मांगें बुलंद की गई।
धरना को संबोधित करते हुए इंसाफ इंडिया के मुस्तकीम सिद्दकी ने कहा कि रामनवमी के आसपास बजरंग दल के उन्माद-उत्पात और स्थानीय बीजेपी सांसद गिरिराज सिंह के भड़काऊ बयान का असर नीतीश-लालू की पुलिस पर ऐसा हुआ कि डीएम-एसएसपी के नेतृत्व में पुलिस ने अल्पसंख्यकों पर कहर ढ़ा दिया। अल्पसंख्यकों को घरों में घुस-घुसकर पुलिस ने पीटा। इतना ही नहीं पुलिस ने 2 वर्ष के बच्चे से लेकर 81 वर्ष की बूढ़ी महिला तक को बर्बरतापू्र्वक पीटा।
न्याय मंच के रिंकू यादव ने कहा कि पुलिस ने महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार किया गया। घरों में तोड़फोड़ और लूटपाट की गई। दुकानों को जलाया गया और लूटा गया। एक दर्जन से अधिक बेकसूर किशोर से लेकर बूढ़े तक को जेल में डाल दिया गया। सरकार पूरे मामले को दबाकर सांप्रदायिक उत्पातियों-उन्मादियों और दोषी पदाधिकारियों व पुलिसकर्मियों को छूट दे रही है और इंसाफ का गला घोंट रही है।
धरने के दौरान वक्ताओं ने अपने संबोधन में राज्य की नीतीश कुमार सरकार पर जमकर हमला बोला। वक्ताओं ने कहा कि सेक्यूलर का दंभ भरने वाली सरकार मुसलमानों के खिलाफ काम कर रही है। नवादा में मुसलमानों पर सरकारी मशीनरी ने हमला किया। पुलिस कर्मियों, अधिकरियों ने सरेआम मुसलमानों को मारा-पीटा। बच्चों, महिलाओं और बूढ़ों के भी पुलिस ने नहीं बक्शा। इंसाफ का दंभ भरने वाले नीतीश और लालू ने नवादा में मुसलमानों के खिलाफ जुल्म पर एक शब्द भी नहीं बोला।
ऑल इंडिया मुस्लिम बेदारी कारवाँ से जुड़े शाह ईमादुद्दीन सरवर भी धरना स्थल पर मौजूद रहे। उन्होंने दरने को संबोधित करते हुए कहा कि ये लड़ाई अब यहां रुकने वाली नहीं है और इसे हम अंजाम तक ले जाएंगे। कार्यक्रम को सफल बनाने वाले इंसाफ इंडिया के राष्ट्रीय संयोजक मुस्तकीम सिद्दीकी, रिंकु यादव, अभिषेक राज, तनवीर आलम, नौशाद ज़ुबैर मलिक, मोहम्मद सुल्तान अख्तर, हसनैन, इक़बाल अहमद, जय प्रकाश समेत कई लोग मौजूद रहे।