नई दिल्ली
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली के उत्तर पूर्वी इलाकों में दो गुटों के बीच हिंसा के तीन दिन बाद बुधवार को लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की। हिंसा में 21 लोगों की मौत के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने बुधवार को ट्वीट कर शांति बनाए रखने की अपील की।
प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट कर कहा, ‘दिल्ली के विभिन्न इलाकों के हालात की गहन समीक्षा की है। पुलिस और अन्य एजेंसियां शांति एवं सामान्य माहौल सुनिश्चित करने के लिए लगातार जमीन पर काम कर रही हैं। शांति और सौहार्द हमारे चरित्र का केंद्र हैं। मैं दिल्ली में रहने वाले अपने भाइयों बहनों से हर वक्त शांति और भाईचारा बनाए रखने की अपील करता हूं। शांति का बहाल होना और जल्द से जल्द सामान्य माहौल की वापसी बेहद अहम है।’
PM Narendra Modi tweets, "Peace and harmony are central to our ethos. I appeal to my sisters and brothers of Delhi to maintain peace and brotherhood at all times. It is important that there is calm and normalcy is restored at the earliest". https://t.co/Nc4pUJ5w1F
— ANI (@ANI) February 26, 2020
बता दें कि उत्तर-पूर्वी दिल्ली के जाफराबाद, मौजपुर-बाबरपुर और चांद बाग इलाके में हुई हिंसा में मरने वालों की संख्या बढ़कर 21 हो गई है। दिल्ली के उत्तर पूर्वी इलाकों में रविवार देर शाम से हिंसा शुरू हुई थी। बीते तीन दिनों से राजधानी के कई हिस्सों में उग्र भीड़ डंडे, लाठियां, रॉड के साथ दिल्ली में घूम रहे हैं और घरों और दुकानों के साथ-साथ सार्वजनिक संपत्ति का नुकसान कर रहे हैं। इस दौरान दिल्ली पुलिस मूकदर्शक बनी हुई है।
इससे पहले कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने दिल्ली में इस स्थिति के लिए केंद्र सरकार को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने उत्तर पूर्वी दिल्ली में हिंसा को लेकर बुधवार को गृहमंत्री अमित शाह को जिम्मेदार ठहराया और कहा कि उन्हें तत्काल इस्तीफा देना चाहिए।
पार्टी की सर्वोच्च नीति निर्धारण इकाई कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक में पारित प्रस्ताव पढ़ते हुए सोनिया ने संवाददाताओं से कहा, ‘दिल्ली में हो रही हिंसा और जानमाल नुकसान के बाद स्थिति पर चर्चा के लिए बैठक हुई। यह एक सोचा-समझा षड्यंत्र है। भाजपा के कई नेताओं ने भड़काऊ बयान देकर नफरत और भय का माहौल पैदा किया।’
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने उत्तर पूर्वी दिल्ली में हुई हिंसा पर कहा कि यह एक सोचा-समझा षड्यंत्र है। भाजपा के कई नेताओं ने भड़काऊ बयान देकर नफ़रत और भय का माहौल पैदा किया। उन्होंने यह भी कहा कि दिल्ली सरकार और मुख्यमंत्री भी शांति बनाए रखने में नाकाम रहे।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस कार्य समिति उन सभी परिवारों के प्रति गहरी संवेदना प्रकट करती है, जिन्होंने हिंसा में अपने प्रियजनों को खो दिया है।