कानपुर, यूपी
राष्ट्रीय उलेमा काउंसिल के अधयक्ष मौलाना आमिर रशादी मदनी ने कहा कि सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव और पीएम नरेंद्र मोदी के काम में कोई फर्क नहीं है। पीएम मोदी के गुजरात के मुख्यमंत्री पद पर रहते एक बड़ा दंगा हुआ था। दूसरी तरफ उत्तर प्रदेश की अखिलेश सरकार में अब तक 400 से ज्यादा दंगे हो चुके हैं।
मौलाना आमिर रशादी कानपुर के फेथफुलगंज में आयोजित पार्टी की जनसभा को संबोधित कर रहे थे। उलेमा कौंसिल की सभा में काफी भीड़ जुटी। मौलाना रशादी ने कहा कि प्रदेश सरकार ने बजट में मुसलमानों का ख्याल नहीं रखा। कब्रिस्तान के लिए करोड़ों का बजट दिया गया है जबकि तालीम और दीगर मामलों में कोई धनराशि आवंटित नहीं की।
जेएनयू मुद्दे पर मौलाना रशादी ने कहा कि अगर देश के खिलाफ और पाकिस्तान के समर्थन में नारे लगाए गए हैं तो यह अपने मुल्क की तौहीन है। जो लोग अपने मुल्क के खिलाफ नारे लगाएं उनके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि जेएनयू के वीडियो की भी पूरी जांच होनी चाहिए क्योंकि यह भी संदेह के घेरे में है। उन्होंने कहा कि मुसलमानों ने कभी मुस्लिम को पॉलीटिकल रहबर नहीं माना। यही वजह है कि राजनीतिक दलों ने इनका वोट लेने के बाद इनका कोई भला नहीं किया।
मालूम हो कि उलेमा कौंसिल ने कई दलों के साथ मिलकर यूपी इत्तेहाद फ्रंट का गठन किया गया है। ये इत्तेहाद फ्रंट प्रदेश की सभी सीटों पर चुनाव लड़ेगा। फ्रंट में इंडियन नेशनल लीग, वेलफेयर पार्टी ऑफ इण्डिया और परचम पार्टी समेत कई दल शामिल हैं।