प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज लोकसभा चुनाव जीतने के बाद काशी आकर जनता का आभार जताया। पीएम मोदी सुबह करीब 10 बजे बनारस पहुंचे थे। उनके साथ भाजपा अध्यक्ष अमित शाह भी थे। काशी पहुंचने के बाद पीएम मोदी करीब 11 बजे बाबा विश्वनाथ मंदिर गए, जहां उन्होंने भगवान शिव की आराधना की और हस्तकला संकुल (टीएफसी) पहुंचकर काशी के लोगों को संबोधित किया। इस दौरान प्रधानमंत्री ने मंच से कई बड़ी बातें कहीं। उन्होंने कहा कि वो कार्यकर्ताओं के आदेश का पालन करते हैं और कार्यकर्ताओं का आदेश सिर-माथे पर है। साथ ही उन्होंने कहा कि काशी ने दुनिया को प्रभावित किया है। जानें पीएम मोदी ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहीं ये दस बड़ी बातें…
1. काशी को लेकर मैं निश्चिंत था :
पीएम मोदी ने कहा कि शपथ से पहले कार्यकर्ताओं का आभार। उन्होंने कहा कि वह काशी को लेकर निश्चिंत थे और इसकी वजह कार्यकर्ता थे। नतीजों के दिन भी मैं केदारनाथ में निश्चिंत था। काशी ने आने से मना किया, तो पहले केदारनाथ गया। काशी ने स्नेह और शक्ति दी। काशी में चुनाव लोक उत्सव बना। चुनाव में तू-तू, मैं-मैं बहुत कम हुई।
2. भाजपा कार्यकर्ताओं को बताया ‘नरेंद्र मोदी’ :
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भाजपा कार्यकर्ताओं को लेकर कहा कि काशी में हर एक मोदी चुनाव लड़ रहा था। काशी के कार्यकर्ता ही नरेंद्र मोदी बन गए। काशी की हर गली से कार्यकर्ता चुनाव लड़ रहे थे। काशी ने विश्वास दिखाया। मैं काशी के संगठन से जुड़े लोगों का, हर कार्यकर्ता का और हर समर्थक का इस बात के लिए आभार करता हूं कि उन्होंने इस चुनाव को जय-पराजय के तराजू से नहीं तोला। उन्होंने चुनाव को लोक संपर्क, लोक संग्रह, लोक समर्पण का पर्व माना।
3. उत्तर प्रदेश को लेकर कही बात :
पीएम मोदी ने कहा कि यूपी देश की राजनीति को दिशा दे रहा है। यूपी में जीत की हैट्रिक लगी, 2014 हो, 2017 हो या 2019 हो, ये हैट्रिक छोटी नहीं है। राजनीतिक पंडितों के दिमाग नहीं खुले। उत्तर प्रदेश के गांव का गरीब व्यक्ति भी देश की सही दिशा के बारे में सोचता भी है और उस दिशा में चलता भी है।
4. बताया कैमिस्ट्री और अंकगणित का अंतर :
पीएम मोदी ने कहा कि चुनाव परिणाम वो तो एक गणित होता है। 20वीं सदी के चुनावों के हिसाब-किताब भी गणित और अंकगणित के दायरे में चले होंगे, लेकिन 2014, 2017 और 2019 के चुनाव में देश के राजनीतिक विश्लेषकों को मानना होगा कि अर्थमैटिक के आगे भी केमिस्ट्री होती है। पीएम मोदी ने कहा कि देश में समाज शक्ति की जो कैमिस्ट्री है, वह आदर्शों, संकल्पों की कैमिस्ट्री है, जो कभी-कभी सारे गुणा-भाग को, अंक गणित को पराजित कर देती है। इस चुनाव में अंक गणित को कैमिस्ट्री ने पराजित किया है।
5. पारदर्शिता और परिश्रम का महत्व समझाया :
पीएम मोदी ने कहा कि पारदर्शिता और परिश्रम दो ऐसी चीजें हैं, जो हर परसेप्शन को परास्त करने का साहस रखती हैं। आज हिंदुस्तान ने ये करके दिखाया है। पारदर्शिता और परिश्रम का कोई विकल्प नहीं है।
6. कार्य और कार्यकर्ता की ताकत समझाई :
पीएम मोदी ने कहा कि सरकार का काम है कार्य करना और इसलिए एक तरफ सरकार का कार्य हो और उसमें जब कार्यकर्ता जुड़ जाता है तो ‘कार्य+कार्यकर्ता’ वो एक ऐसी ताकत है जो करिश्मा करती है।
7. भाजपा ने राजनीतिक हिंसा और छुआछूत झेली :
पीएम मोदी ने कहा कि जैसे दो शक्ति हैं नीति और रीति, जैसे दो शक्ति हैं नीति और रणनीति, जैसे दो शक्ति हैं पारदर्शिता और परिश्रम, जैसे दो शक्ति हैं वर्क एंड वर्कर। वैसे ही दो संकट भी हमने झेले हैं और वो दो संकट हैं- राजनीतिक हिंसा और राजनीतिक छुआछूत। पीएम मोदी ने कहा कि कई राज्यों में हमारे सैकड़ों कार्यकर्ताओं की राजनीतिक विचारधारा के कारण हत्याएं हुई हैं। हमारे देश में राजनीतिक छुआछूत दिनों-दिन बढ़ती जा रही है। कई जगह भाजपा का नाम लेते ही अस्पृश्यता (छुआछूत) का माहौल बनाया जाता है।
8. भाजपा ने विपक्ष की आवाज को हमेशा महत्व दिया :
पीएम मोदी ने कहा कि आज देश के राजनीतिक कैनवस पर ईमानदारी से रग-रग में लोकतंत्र को जीने वाला कोई दल है, तो वो भाजपा है। हम शासन में आते हैं तब भी लोकतंत्र की सबसे ज्यादा परवाह करते हैं। हम लोकत्रंत में विश्वास रखने वाले लोग हैं। जहां-जहां हमें मौका मिला है, वहां विपक्ष की आवाज को महत्व दिया है, जनता के अविश्वास के कारण उनकी संख्या चाहे कम ही क्यों न हो।
9. विपक्ष को दिया ये संदेश :
पीएम मोदी ने कहा कि मैं उन लोगों से कहना चाहता हूं जो गलत सोच रखते हैं कि वे नये सिरे से सोचना शुरू करें। कमियां हम में भी होंगी, लेकिन हमारी नीयत साफ है। देश में लोकतंत्र को मजबूत करने के लिए भाजपा ने हमेशा अपना दायित्व निभाया। संविधान हमें जिम्मेदारी देता है कि एक भी क्यों ना हो उसकी आवाज को सुना जाए। एक और है जो वोट बैंक की राजनीति ने कुचल दिया है। देश के गरीब लोगों की आवाज को आने नहीं दिया गया। वोट बैंक की राजनीति के प्रभाव में उनकी आवाज को नहीं सुना गया।
10. कल्चर और तकनीक को लेकर आगे बढ़ना चाहते हैं :
पीएम मोदी ने कहा कि हम वो लोग हैं जो भारत की विरासत को लेकर आगे बढ़ना चाहते हैं। हम दो बातों को लेकर चलना चाहते हैं और वो हैं अपनी महान विरासत और आधुनिक भारत। कुंभ के मेले को लेकर जो सोच थी उसको यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बदला है। हम कल्चर पर भी ध्यान देते हैं जो हम 21वीं सदी को भी ध्यान में रखकर काम कर रहे हैं। हम 11वीं नम्बर की अर्थव्यवस्था से यात्रा शुरू की थी, जो अब 6वें नंबरर पर पहुंच गए हैं।