बेंगलूरू, कर्नाटक
बूढ़े हो चुके मुस्लिम कांग्रेसी नेता और पूर्व रेल मंत्री सीके जाफर शरीफ ने एक बयान देकर विवाद पैदा कर दिया है। जाफर शरीफ ने कहा है कि आरएसएस के प्रमुख मोहन भागवत देश के राष्ट्रपति बने। इसके लिए जाफर शरीफ ने बाकायदा पीएम नरेंद्र मोदी को कत लिख कर सीफारिश की है। ये अलग बात है कि बीजेपी और पीएम मोदी नकी बात पर कितना गौर करते हैं।
देश के मौजूदा राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का कार्यकाल जुलाई में समाप्त हो रहा है। सीके जाफर शरीफ के बयान से फिलहाल कांग्रेस पार्टी ने खुद को अलग कर लिया है। पीएम नरेंद्र मोदी को लिखे पत्र में शरीफ ने लिखा कि भागवत की उम्मीदवारी को लेकर किसी तरह का विरोध नहीं होना चाहिए। कांग्रेसी नेता ने कहा कि देश में कई तरह की विचारधाराएं हैं और एक इतने बड़े देश के लिए यह ज़रूरी है।
सीफे जाफर शरीफ ने अपने खत में लिखा है कि मोहन भागवत भले ही एक विचारधारा से संबंध रखते हैं, लेकिन उनकी देशभक्ति, भारत के लोगों के प्रति उनके प्यार और राष्ट्र के प्रति उनकी निष्ठा पर किसी भी तरह का संदेह नहीं किया जा सकता। गौरतलब है कि इससे पहले शिवसेना की ओर से मोहन भागवत को राष्ट्रपति बनाए जाने की मांग की जा चुकी है। हालांकि खुद मोहन भागवत कह चुके हैं कि वह संघ से जुड़े हैं और राष्ट्रपति बनने की उनकी कोई इच्छा नहीं है। यदि इस तरह का कोई प्रस्ताव आता भी है तो उसे खारिज कर दिया जाएगा।