सोनभद्र में रेणुकूट के नगर पंचायत अध्यक्ष शिव प्रताप सिंह की हत्या चुनावी रंजिश के चलते की गई। पुलिस ने भाई समेत भाजपा नेता को गिरफ्तार कर इस बात का खुलासा किया है। कुल चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है। एक नामजद समेत चार लोग फरार बताए जा रहे हैं। असलहा बरामद न होने के कारण यह पता नहीं चल पाया कि वारदात में किस असलहा का प्रयोग किया गया। मौके पर 315 बोर का एक खाली कारतूस मिला था।
शिवप्रताप सिंह की 30 सितंबर की रात दफ्तर में घुसकर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। हत्या के बाद लगातार दो दिनों तक चक्काजाम और प्रदर्शन किया गया था। हत्यारों की गिरफ्तारी तक अंतिम संस्कार से भी परिवार ने इनकार कर दिया था। लेकिन एसपी और डीएम ने जल्द ही मामले का खुलासा करने और गिरफ्तारी का आश्वासन देकर किसी तरह लोगों को शांत कराया था।
सोनभद्र के एसपी प्रभाकर चौधरी ने गुरुवार को अपने कार्यालय में पत्रकारों के सामने गिरफ्तार आरोपियों को पेश किया। एसपी ने बताया कि पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष भाजपा नेता अनिल सिंह, उसके भाई ब्रजेश सिंह और राकेश सिंह के अलावा जुमना सिंह हत्या में शामिल थे। एसपी ने बताया कि इन आरोपियों से पूछताछ में पता चला कि 2017 में रेणुकूट नगर पंचायत अध्यक्ष चुनाव के दौराना दोनों पक्षों में कड़ी प्रतिद्वंदिता थी। इसे लेकर चुनाव के दौरान कुछ वीडियो भी सोशल साइटों पर वायरल किए गए थे। चुनाव के बाद इन लोगों में गम्भीर विवाद हुआ था। मुकदमे भी दर्ज किए गए थे।
एसपी ने बताया कि इसी चुनावी रंजिश को लेकर गिरफ्तार अभियुक्तों ने बिहार से चार पेशेवर अपराधियों को पैसा देकर बुलाया। उनके जरिए रेणुकूट नगर पंचायत अध्यक्ष शिव प्रताप सिंह की हत्या कराई गई। जुटाए गए सुबूतों से पता चला कि इस हत्या को अंजाम देने वाले पेशेवर अपराधियों को अभियुक्त जमुना सिंह व बृजेश सिंह ने समस्त संसाधन व 25 हजार रुपये उपलब्ध कराए थे।
इस घटना में मुख्य अभियुक्त जमुना सिंह व बृजेश सिंह ने शूटरों को सात सिंतबर को ही बिहार से रेणुकूट बुलाया था। उस दौरान रेणुकूट के होटल में बदमाश रुके थे और शिव प्रताप सिंह की रेकी की थी। उसके बाद 29 सितंबर को इन लोगों ने फिर रेकी और 30 सितंबर की रात को इन गिरफ्तार अभियुक्तों की मदद से घटना को अंजाम दिया।