अमरनाथ गुफा में ‘शिवलिंग’ की उपस्थिति की जानकारी सबसे पहले जिस व्यक्ति ने दी, वह एक मुस्लिम था। जम्मू-कश्मीर नेशनल कांफ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने यह बात कही है। अब्दुल्ला ने कहा कि किसी भी मुस्लिम व्यक्ति ने कभी किसी धर्म के खिलाफ उंगली नहीं उठाई, लेकिन उन्होंने स्वीकार किया कि ’90 के दशक में एक लहर थी’।
अब्दुल्ला ने कहा, “पहलगाम के एक मुसलमान ने उस गुफा (अमरनाथ गुफा) में लिंगम देखा था और उसने कश्मीरी पंडितों को इसकी सूचना दी थी। कभी किसी मुसलमान ने किसी धर्म के खिलाफ उंगली नहीं उठाई। हां, 1990 के दशक में एक लहर थी लेकिन यह कहीं और से आई थी।”
अमरनाथ यात्रा अस्थायी तौर पर स्थगित
गौरतलब है कि जम्मू-कश्मीर में मंगलवार सुबह खराब मौसम के कारण पहलगाम और बालटाल मार्ग पर अमरनाथ यात्रा अस्थायी रूप से स्थगित कर दी गई है। हिम शिव लिंग की 43 दिवसीय तीर्थयात्रा पिछले सप्ताह शुरू हुई थी। अधिकारियों ने बताया कि पहलगाम के नुनवान और गंदेरबल के बालटाल आधार शिविर से किसी भी तीर्थयात्री को पवत्रि गुफा की ओर नहीं जाने दिया जा रहा है।
जून 30 से अब तक करीब 71,000 तीर्थ यात्रियों ने पवित्र गुफा में हिम शिव लिंग के दर्शन किए हैं। अमरनाथ यात्रा 11 अगस्त को समाप्त होगी। वहीं, कड़ी सुरक्षा के बीच 6,300 से अधिक तीर्थयात्रियों का छठा जत्था दक्षिण कश्मीर में 3,880 मीटर ऊंचाई पर स्थित पवित्र अमरनाथ गुफा के दर्शन के लिए मंगलवार को रवाना हुआ।