मुंबई, महाराष्ट्र
दौड़ती भागती मुंबई के बारे में कहा जाता है कि वहां लोगों के पास इतना वक्त नहीं होता कि वो किसी राहगीर को पता बता दें। मुंबई में लोगों को अपनी पहचान वालों से मिलने के लिए भी वक्त का इंतज़ार करना पड़ता है। वैसे ये शहर 24 घंटे जागता है और हर ज़रूरतमंद को यहां काम मिल जाता है। फिलहाल मुंबई में लॉक डाउन है और काम धंधे पूरी तरह से बंद है।
इसी मुंबई में शाहनवाज़ शेख रहते हैं। मुंबई में लोगों को पहचान बनाना बड़ा मुश्किल है पर शाहनवाज़ शेख को हर मुंबईकर जानता है। शाहनवाज़ शेख को उनके नाम से नही बल्कि “ऑक्सीजन मैन” के नाम से जाना जाता है। ये पहचान शाहनवाज़ शेख को सिर्फ एक साल में मिली।
मुंबई का “ऑक्सीजन मैन”
आखिर क्यों उन्हें “ऑक्सीजन मैन” के नाम से जाना जाता है। इसके लिए ज़्यादा वक्त पीछे जाने की ज़रूरत नहीं है। कहानी सिर्फ एक साल पुरानी है। पिछले साल जब कोरोना मुम्बई पर कहर बरपा रहा था। उसी समय इनके दोस्त की बहन को कोरोना हो गया। ये उसे ऑटों में लेकर निकले। दोस्त की बहन को ऑक्सीजन का सख्त ज़रूरत थी पर ऑक्सीजन नही मिली। बिना ऑक्सीजन के ऑटो रिक्शा में ही बहन ने दम तोड़ दिया। अगर उन्हें समय पर ऑक्सीजन मिल जाती तो जान बच जाती।
एक मौत ने बदल दिया नज़रिया
इस घटना ने शाहनवाज़ शेख को कोरोना से लोगों की जिंदगी बचाने की प्रेरणा दी। मरीजों की मदद करने के लिए शाहनवाज़ ने अपनी फोर्ड एंडेवर एसयूवी कार तक बेच दी और 60 ऑक्सीजन सिलेंडर खरीदे व 40 किराए पर लिए। इसके बाद संसाधन जोड़कर पिछले कोरोनाकाल में उन्होंने 300 कोविड-19 मरीजों को ऑक्सीजन सिलेंडर समय पर देकर मदद कर चुके हैं।
कोरोना की दूसरी लहर
इस साल फिर कोरोना मुम्बई में कहर बरपा रहा है, तो शाहनवाज़ शेख फिर से लोगों की मदद के लिए आगे आये हैं। इस बार ज्यादा लोगों की मदद कर सकें इसलिए शाहनवाज़ ने मलाड में एक वॉररूम बना लिया है। रोज़ उनके पास 500 से ज़्यादा कॉल आ रहे हैं। वे हर किसी की मदद कर रहे हैं।
मुंबई में हो तो मिलेगी मदद
अगर मुम्बई में कोई जरूरतमंद हैं तो वे शाहनवाज़ शेख ने उसके लिए एक मोबाइल नंबर जारी किया है। उनके मोबाइल 98920-12132 पर कॉल कर आप मदद पा सकते हैं। मुफ्त ऑक्सीजन सिलेंडर के साथ बेड, आईसीयू, वेंटिलेटर सभी की जानकारी उनके वॉर रूम से आपको मिल जाएगी।
पीएनएस को शाहनवाज़ शेख को सलाम
पीएनएस मीडिया शाहनवाज़ शेख को उनके नेक काम के लिए सेल्यूट करता है और दुआ करता है कि वह ज़्यादा से ज़्यादा लोगों की मदद कर सकें।