लखनऊ, यूपी
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व सीएम मुलायम सिंह यादव ने कहा है कि मुसलमान समाजवादी पार्टी के साथ हैं और वह हमारे खिलाफ नहीं है। उन्होंने कहा कि अयोध्या में बीजेपी ने मस्जिद गिरवाई, इससे नाराज़ होकर मुसलमानों ने समाजवादी पार्टी की सरकार बनवाई। मुलायम सिंह यादव पार्टी मुख्यालय पर ‘मुलायम संदेश यात्रा’ शुरू करने के दौरान यह बातें कहीं।
सपा मुखिया मुलायम सिंह ने कहा कि अयोध्या में हमारी सरकार ने सुरक्षा कारणों से गोलियां चलवाईं। हमने किसी को नहीं मरवाया सिर्फ कानून का पालन किया। उन्होंने कहा कि देश में मुसलमानों के साथ हमेशा भेदभाव हुआ। इसके चलते वह पढ़ाई और नौकरी में पिछड़ गए। समाजवादी सरकार ने भर्तियों में उन्हें आरक्षण का लाभ दिया। मुसलमानों को सबसे ज़्यादा नौकरी उनकी सरकार में मिलीं।
मुलायम सिंह ने कहा कि मुसलमान उपेक्षित और गरीब हैं, इन्हें आगे बढ़ाने की ज़रूरत है। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने बुनकरों को सुविधाएं दी। पहले एक-आध थाने में ही मुस्लिम सिपाही और थानेदार होते थे। उनकी सरकार ने हर थाने में मुसलमानों को तैनाती दी। किसी ज़िले में अगर नहीं हैं, तो उन्हें लेटर लिखा जाए। मुलायम सिंह ने कहा कि लखनऊ का बना चिकन पूरी दुनियां में मशहूर है, इसे मुसलमानों ने ही बनाया।
मुलायम ने अखिलेश सरकार की जमकर तारीफ की। उन्होंने बताया कि लोक सभा के अंदर पूछा गया कि यूपी की सरकार कैसी चल रही है। हमने वहां बताया कि यूपी की सरकार अच्छी चल रही है। पिछले चुनाव की घोषणा पत्र में जो वादे किए थे, वो दो साल पहले ही पूरे हो गए। उसके बाद अच्छे काम किए गए। उन्होंने कहा कि मेट्रो रेल परियोजना के साथ आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस वे जैसी परियोजनाएं शुरू की गईं।
मुलायम सिंह ने कहा कि समाजवादी किसी के साथ भेदभाव नहीं करते। क्षेत्रवाद, जातिवाद और गरीबी-अमीरी का भेदभाव उनके यहां नहीं है। समाजवादियों ने हमेशा से महिलाओं और लड़कियों की इज़्ज़त की है। उन्होंने कहा कि युवतियों के साथ दलितों और मुसलमानों को पार्टी के साथ जोड़ें, तभी भला होगा।
इस मौके पर सीएम अखिलेश यादव, कैबिनेट मंत्री अहमद हसन, राजेन्द्र चौधरी, अरविन्द कुमार सिंह गोप, रविदास मेहरोत्रा, अभिषेक मिश्रा, राम आसरे कुशवाहा, प्रदेश उपाध्यक्ष नरेश उत्तम, मधुकर जेटली, एमएलसी एसआरएस यादव, अनूप चैधरी समेत गौरव दुबे, दिग्विजय सिंह, प्रदीप तिवारी, ब्रजेश यादव, मो एबाद, गीता यादव, डॉ मुन्ना अल्वी मौजूद रहे।