बाराबंकी, यूपी
बाराबंकी के अधिकारी इस तरह बेलगाम हो गए हैं कि उन्होंने अब मुख्यमंत्री को भी अंधेरे में रखना शुरू कर दिया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के लिए यह जानना जरूरी है कि उनकी नाक के नीचे अधिकारी किस तरह से उनकी महत्वाकांक्षी योजना को भी पलीता लगाने से बाज़ नहीं आ रहे। मुख्यमंत्री के सामूहिक विवाह समारोह में अधिकारियों ने ऐसा खेल कर दिया कि नाबालिग व शादीशुदा जोड़ों की भी शादी करवा दी। यह खेल समारोह को बढ़ाचढ़ा कर पेश किये जाने के लिए खेला गया या फिर पैसों की बंदरबांट के लिए यह जांच का विषय है।
प्रभारी मंत्री भी हुए थे शादी समारोह में शामिल
बाराबंकी के राजकीय इंटर कॉलेज में बने आडिटोरियम में 14 नवंबर को मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह समारोह का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में प्रदेश सरकार के मंत्री और जिले के प्रभारी मंत्री दारा सिंह चौहान बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए थे। मंत्री ने दावा किया था कि इस कार्यक्रम में 351 गरीब जोड़ों का विवाह सम्पन्न हुआ है। मगर मंत्री का यह दावा तब गलत साबित हुआ जब यह जानकारी सामने आयी कि कुछ नाबालिग और शादीशुदा जोड़ों की भी शादी करवा दी गई है। ये नाबालिग और शादीशुदा जोड़े शादी समारोह में शामिल थे या फिर इन्हें कागजों पर दर्शाया गया था। यह एक बड़ा सवाल है।
पड़ताल में यह बात सामने आयी कि 5 ऐसे जोड़े थे जिनमें दूल्हा या दुल्हन की उम्र 18 वर्ष से कम थी और एक ऐसे जोड़े का निकाह करवाया गया जो पहले से ही शादीशुदा अर्थात मियां-बीवी थे।
डीएम ने आरोप को बताया निराधार
जिलाधिकारी बाराबंकी डॉक्टर आदर्श सिंह से जब इस प्रकरण पर बात की गई तो उन्होंने बताया कि खबर ही निराधार है। डॉक्टर आदर्श सिंह ने कहा कि जब मैंने जांच करवाई तो जो आयु संबंधी कागजात लगाए गए है उनमें सभी की आयु 18 साल से ऊपर है। जिस दम्पति का निकाह दोबारा करने की बात बताई जा रही है उसमें जो तथ्य सामने आए हैं उसके अनुसार उनकी सिर्फ सगाई हुई थी। उनका निकाह सामूहिक विवाह कार्यक्रम में सम्पन्न हुआ है। इसलिए प्रथमदृष्ट्या यह खबर निराधार है। लेकिन फिर भी हम और समाज कल्याण अधिकारी के माध्यम से जांच करवा रहे हैं।
नाबालिग दूल्हे ने खुद ही खोल दी पोल
जिलाधिकारी के इनकार के बाद उन लोगों से संपर्क करने का प्रयास किया जिनकी उम्र गलत बताई गई थी। इसके लिए हम तहसील फतेहपुर के गांव मंडवा पहुंचे जहां के नाबालिग लड़के की शादी की बात सामने आई थी। जिस लड़के की शादी मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह समारोह में सम्पन्न हुई थी उसका नाम प्रेमहित (बदला हुआ नाम) था। प्रेमहित ने बताया कि उसकी शादी मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह समारोह में हुई जरूर थी, मगर अब लड़की वाले दोबारा बारात लाने की जिद पर अड़े हैं। प्रेमहित ने बताया कि उसकी उम्र अभी मात्र 15 साल है और उसकी जन्मतिथि फरवरी 2004 है। प्रेमहित के पिता ने भी अपने बेटे की बात पर मुहर लगाई।