अगर पीरियड के दौरान महिलाएं खाना बनाएंगी तो निश्चित तौर से उनका अगला जन्म कुत्ते के रूप में होगा।’ ये कहना है गुजरात के स्वामीनारायण भुज मंदिर के स्वामी कृष्णस्वरूप दासजी का। इसी मंदिर के अनुयायी की ओर से चलाए जा रहे स्कूल के हॉस्टल में पिछले दिनों लड़कियों के अंडरवियर उतारे जाने का मामला सामने आया था। पीरियड की जांच के लिए लड़कियों को कपड़े उतारने पर मजबूर किया गया था।
स्वामीनारायण भुज मंदिर का यूट्यूब पर अपना पेज है, जहां पर स्वामी कृष्णस्वरूप दासजी के कई वीडियो अपलोड किए गए हैं। ऐसे ही एक वीडियो में कृष्णस्वरूप कहते हैं कि जो पुरुष पीरियड से गुजर रहीं महिलाओं के हाथ का बना खाना खाते हैं वे अगले जन्म में बैल बन जाते हैं। कृष्णस्वरूप का कहना है कि अगर एक बार भी ये गलती हुई तो अगले जन्म में जानवर बनना तय है।
वीडियो में कृष्णस्वरूप कहते हैं- ‘ये बातें सुनकर आपको जैसा भी लगे, लेकिन शास्त्रों में ये नियम बनाए गए हैं। आपको लगेगा कि मैं बहुत कठोर हूं, औरतें ये सुनकर रो सकती हैं कि वे कुत्तों में बदल जाएंगी। लेकिन हां, आपको ऐसा बनना पड़ेगा।’
कृष्णस्वरूप यह भी कहते हैं- ‘मैं नहीं जानता कि मुझे आपको काउंसिल करना चाहिए या नहीं। 10 सालों में ये पहली बार है जब मैं ये सलाह दे रहा हूं। संतों ने हमारे धर्म की गुप्त बातों के बारे में चर्चा नहीं करने की सलाह दी है। लेकिन अगर मैं नहीं कहूंगा तो आप कभी नहीं समझेंगे।’ वहीं, पुरुषों को संबोधित करते हुए वे कहते हैं- ‘आप पीरियड से गुजर रही महिलाओं की बनाई रोटियां खाते हैं। शादी करने से पहले, खाना बनाना सीख लें।’
स्वामीनारायण भुज मंदिर के अनुयायी की ओर से चलाए जा रहे सहजानंद गर्ल्स इंस्टीट्यूट में 68 लड़कियों के पीरियड जांच की बात सामने आई थी। लड़कियों को जांच के लिए बाथरूम में ले जाया गया था और उन्हें अंडरवियर उतारने पड़े थे। मामले के खुलासे के बाद प्रशासन की ओर से जांच की बात भी कही गई थी और लड़कियों को भी नियम तोड़ने का दोषी बताया गया था।