बस्ती, यूपी
बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के आरोप में पूर्व मंत्री रामप्रसाद चौधरी समेत चार पूर्व विधायकों को पार्टी से निकाल दिया है। बता दें कि बीएसपी नेता रामप्रसाद चौधरी कप्तानगंज से पांच बार विधायक और पूर्व मंत्री रह चुके हैं। बीएसपी सुप्रीमो ने पूर्व मंत्री रामप्रसाद चौधरी, पूर्व विधायक राजेन्द्र चौधरी, पूर्व विधायक जितेंद्र उर्फ नंदू चौधरी और पूर्व विधायक दूधराम को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाया है।
बीएसपी के चारों पूर्व विधायकों को पार्टी से निष्काषित करने की पुष्टि करते हुए बीएसपी जिलाध्यक्ष संजय धुसिया ने बताया कि पार्टी सुप्रीमो की तरफ से पहले भी इन नेताओं को चेतावनी दी गई थी, लेकिन इनकी कार्यशैली में कोई सुधार नहीं नजर आया। धुसिया के मुताबिक, रामप्रसाद चौधरी समेत अन्य नेता लगातार पार्टी विरोधी गतिविधि में शामिल रहे हैं। आगामी चुनाव में पार्टी और मूवमेंट हित को ध्यान में रखते हुए मायावती ने इन्हें निकाल दिया है।
पूर्व मंत्री रामप्रसाद चौधरी पूर्वांचल में बीएसपी के बड़े नेताओं में शुमार थे। कुर्मी बिरादरी में मजबूत पकड़ होने के कारण लोग इन्हें ‘शेरे पूर्वांचल’ के नाम से पुकारते थे। पिछले लोकसभा और विधानसभा चुनावों में मिली हार को पार्टी से निष्कासन का कारण माना जा रहा है।
सर्वसमाज के साथ बीएसपी
मायावती ने कहा कि पिछले लोकसभा चुनाव में इस बात का भी काफी प्रचार किया कि मुसलमानों को ज्यादा टिकट मिलने से बीजेपी को लाभ मिलेगा। लेकिन, बीएसपी अपने सिद्धांतों पर अडिग रही। इसी का परिणाम है कि पार्टी के सभी 10 सांसद सर्वसमाज का प्रतिनिधित्व करते हैं। इनमें ब्राह्मण, मुस्लिम, यादव और दलित वर्ग के लोग शामिल हैं।