नई दिल्ली
तबलीगी जमात को लेकर मीडिया ने जो कोहराम मचाया था अब उसकी परतें एक-एक कर खुल रही हैं। तब्लीगी जमात के अमीर मौलाना साद कंधालवी की एक ऑडियो क्लिप बीते दिनों सोशल मीडिया पर खूब शेयर की गई थी। इसे मीडिया ने भी खूब प्रचारित कर इसे मौलाना साद की आवाज़ बताया था। इस आडियो क्लिप में तब्लीगी जमात के लोगों को कथित तौर पर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं करने की सलाह दी गई थी।
अब इस आडियों की पुलिस जांच में पता चला है कि ‘शायद इस ऑडियो क्लिप से छेड़छाड़ हुई है। इसमें कई अन्य ऑडियो क्लिप को जोड़कर उसे तैयार किया गया है।’ फिलहाल पुलिस ने उस ऑडियो क्लिप समेत कई अन्य ऑडियो क्लिप को जांच के लिए फोरेंसिक साइंस लेबोरेट्री भेज दिया है। पुलिस सूत्रों ने बताया कि ये तो तय है कि आडियो क्लिप से छेड़छाड़ की गई।
मालूम हो कि तब्लीगी जमात के प्रमुख मौलाना साद और उनके 6 अन्य सहयोगियों के खिलाफ दिल्ली पुलिस ने गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया है। मौलाना साद पर पुलिस का आरोप है कि उन्होंने मरकज़ में जमात को इकठ्ठा किया। मार्च के अंत में निजामुद्दीन पश्चिमी इलाके में स्थित मरकज़ के मुख्यालय में मस्जिद में 2000 के करीब लोगों को इकट्ठा किया गया।
वहीं जमात का आरोप है कि उसने स्थानीय पुलिस और प्रशासन को इसकी जानकारी देकर मदद मांगी थी लेकिन न तो पुलिस ने और न ही स्थानीय प्रशासन ने उनकी मदद की। अचानक लॉक डाउन एलान होने के बाद लोगों के पास जाने के लिए साधन नहीं था। जिन लोगों के पास साधन था उन्हें पास उपलब्ध नहीं कराया गया।