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17 Jun 2025, Tue

कांग्रेंस हाईकमान के फैसले को मारूफ खान ने दिखाया ठेंगा

लखनऊ, यूपी

कांग्रेस के प्रदेश महासचिव और मीडिया सेल में को-चेयरमैन मारूफ खान ने पार्टी के खिलाफ बगावत कर दी है। राजधानी लखनऊ की मध्य सीट से कांग्रेस के उम्मीदवार मारूफ खान को पार्टी ने सपा उम्मीदवार के पक्ष नें हटने का आदेश दिया है लेकिन मारूफ खान ने एक मीटिंग करके उम्मीदवारी वापस लेने से साफ मना कर दिया। पार्टी हाईकमान के खिलाफ मारूफ के तेवर ने सबको चौका दिया है। दूसरी तरफ इस सीट पर अब मुकाबला काफी रोचक होने की उम्मीद है।

सपा-कांग्रेस गठबंधन होने के बाद लखनऊ की 9 विधान सभा सीट में से कांग्रेस को पहले दो सीटे मिलने की उम्मीद जताई गई थी। इसमें मोहनलालगंज और लखनऊ मध्य का नाम सामने आया था। इन दोनों सीटों पर सपा के सीटिंग विधायक थे। ऐसे में सपा ने दोनों सीटें देने से मना कर दिया और अपने उम्मीदवार उतार दिए। ऐसे में पहले कांग्रेस ने मोहनलालगंज से और अब लखनऊ मध्य से अपने उम्मीदवार वापस लिए।

लखनऊ मध्य सीट से मारूफ खान काफी मेहनत से तैयारी कर रहे थे। पार्टी हाईकमान ने उन्हें संकेत दिया था कि ये सीट कांग्रेस के खाते में आएगी। पिछले एक हफ्ते से दोनों दलों के स्थानीय नेताओं के बीच खींचतान चल रही थी। इतवार को एक प्रेस कांफ्रेंस में सपा प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने पत्रकारों से कहा था कि एक दो दिन में कांग्रेस के उम्मीदवार अपना नाम वापस लेंगे। मंगलवार को कांग्रेस हाईकमान ने मारूफ खान को आदेश दिया कि वह अपना नाम वापस ले लें।

बागी हुए मारूफ खान
दरअसल मारूफ खान पिछले छह महीने से अपने क्षेत्र में मेहनत कर रहे हैं। पार्टी ने खुद उनके नाम का एलान किया था गठबंधन के बाद भी उनका इस सीट पर सामने आया था। अब पार्टी हाईकमान ने उनका नाम काट दिया। ऐसे में कहीं न उनके उनके समर्थक निराश हैं। मारूफ खान की तरफ से जारी प्रेस रिलीज में कहा कि गया है कि पार्टी के लोग और स्थानीय जनता उनके साथ है इसलिए वह चुनाव मैदान में डटे रहेंगे।

गठबंधन को हो सकता है नुकसान
राजधानी लखनऊ मुस्लिम आबादी कई सीटों पर अच्छी खासी है। यहां सपा-कांग्रेस गठबंधन ने सिर्फ एक सीट पर मुस्लिम उम्मीदवार को उतारा है। ऐसे में अगर मारूफ खान अगर चुनाव मैदान से वापस होते हैं तो इसका कहीं न कहीं असर मुस्लिम वोट बैंक पर पड़ेगा। पिछले पांच साल में स्थानीय मुस्लिम सपा नेताओं को भी हाशिये पर रखा गया था। चुनाव में ये भी मुद्दा हावी हो सकता है।