नई दिल्ली
हाल ही संपन्न हुए लोकसभा चुनाव के नतीजों में कांग्रेस को शर्मनाक हार का सामना करना पड़ा है। कई राज्यों में पार्टी खाता तक नहीं खोल पाई। शायद ही पार्टी को अपने इतने बुरे प्रदर्शन की उम्मीद रही होगी। इसी कारण पार्टी में इस्तीफों का दौर जारी है। इसी बीच कांग्रेस ने राहुल गांधी को पार्टी के अंदर बदलाव करने के लिए अधिकृत किया है। वहीं मीडिया से अनुरोध किया गया है कि वह संगठन की पवित्रता को बनाए रखने में मदद करे।
कई नेताओं ने की इस्तीफे की पेशकश
अशोक चव्हाण, राज बब्बर, कमलनाथ, अजय कुमार, रिपुन बोरा के बाद अब पंजाब के कांग्रेस अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी को अपने इस्तीफे की पेशकश की है। सबसे पहले खुद राहुल ने पद से इस्तीफे की पेशकश की थी। हालांकि शनिवार को हुई कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में उनके इस्तीफे को नामंजूर कर लिया गया।
पंजाब में क्लीन स्वीप करने से चूकी कांग्रेस
2014 की तरह इस साल के चुनाव में भी कांग्रेस दो अंको में सिमटकर रह गई है। पहले पार्टी को 44 और अब 52 सीटों से संतोष करना पड़ा है। इसी कारण पार्टी में हड़कंप मचा हुआ है। पंजाब में लोकसभा की 13 सीटे हैं जिसमें से कांग्रेस के खाते में आठ, भाजपा-अकाली दल गठबंधन के खाते में चार और आम आदमी पार्टी को एक सीट मिली है। जाखड़ खुद गुरदासपुर से चुनाव हार गए हैं। उनके खिलाफ भाजपा उम्मीदवार सनी देओल चुनाव मैदान में थे।
अन्य राज्यों में भी हार
असम की बात करें तो यहां लोकसभा की 14 सीटे हैं जिसमें से कांग्रेस को केवल तीन सीटें मिली हैं। वहीं भाजपा ने नौ सीटों पर जीत दर्ज की है। झारखंड की बात करें तो यहां 14 लोकसभा सीटों में से कांग्रेस को केवल एक सीट पर जीत मिली है। वहीं भाजपा ने 11 सीटों पर जीत हासिल की है।
राहुल गांधी की इस्तीफे की पेशकश
इसी वजह से तीनों राज्यों के प्रदेश अध्यक्षों ने राहुल गांधी को अपने पद से इस्तीफा देने के पेशकश की है। तीनों अध्यक्षों ने चुनाव में खराब प्रदर्शन की जिम्मेदारी लेते हुए यह इस्तीफा सौंपा है। प्रदेश अध्यक्ष ही नहीं बल्कि राहुल गांधी खुद कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में इस्तीफे की पेशकश कर चुके हैं।
पहले किसने की पेशकश
चुनाव में पार्टी के खराब प्रदर्शन के बाद महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष अशोक चव्हाण, मध्यप्रदेश के अध्यक्ष कमलनाथ, उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष राज बब्बर, अमेठी जिला कांग्रेस समिति के अध्यक्ष योगेंद्र मिश्रा और ओडिशा प्रदेश कांग्रेस समिति के अध्यक्ष निरंजन पटनायक इस्तीफे की
टीवी बहसों से दूर रहने की सलाह
मध्यप्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता देवाशीष जरारिया ने राहुल गांधी को एक पत्र लिखा है। जिसमें उन्होंने पार्टी को मीडिया से दूर रहने की सलाह दी है। उन्होंने अपील की है कि टीवी पर होने वाली बहसों में हिस्सा लेने की बजाए पार्टी के कार्यकर्ताओं को गांव-गांव जाकर अपनी विचारधारा को पहुंचाने की कोशिश करनी चाहिए।