राजसमंद, राजस्थान
पिछले चार में देश में लगातार अहिष्णुता बढ़ रही है। इसी बीच गोडसेवादियों, असामाजिक तत्वों ने महापुरुषों की मुर्तियों को तोड़ कर देश का माहौल खराब करने की कोशिश कर रहे हैं। इस बीच देश में मूर्तियों को तोड़ने का सिलसिला लगातार जारी है। ताजा मामला राजस्थान के राजसमंद नाथद्वारा का है। यहां महात्मा गांधी की प्रतिमा को असामाजिक तत्वों ने तोड़ दिया। उपद्रवियों ने महात्मा गांधी की प्रतिमा से सिर गायब कर दिया।
मालूम हो कि त्रिपुरा विधान सभा चुनाव में बीजेपी की जीत के कुछ घंटे बाद ही वहां लेनिन की मूर्ति को क्षतिग्रस्त करने की घटना सामने आई थी। सोशल मीडिया पर इस मामले पर खूब चर्चा भी हुई थी। इसके पीछे बीजेपी कार्यकर्ताओं का हाथ बताया गया था। इसके बाद लगातार महापुरुषों की मूर्तियों को तोड़ने का सिलसिला चल पड़ा है।
इसके बाद देश के विभिन्न हिस्सों में कई विचारधाराओं द्वारा समर्थित विभूतियों और राजनेताओं की मूर्तियों को तोड़ने और स्याही फेंके जाने का सिलसिला शुरू हो गया था। लेनिन के बाद पेरियार, महात्मा गांधी, डॉ भीमराव आंबेडकर, जवाहरलाल नेहरू और श्यामा प्रसाद मुखर्जी की मूर्तियों को क्षतिग्रस्त किया गया था। अब एक बार फिर महात्मा गांधी की मूर्ति को निशाना बनाया गया है।