लखनऊ, यूपी
लगातार अपनी ही सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलने वालीं बहराइच की बीजेपी सांसद सावित्री बाई फुले ने एक बार फिर अपनी ही सरकार पर हमला बोला है। बीजेपी सांसद ने दलितों के घर भोजन कार्यक्रम पर बड़ा सवाल उठाया है। उन्होंने कहा है कि सिर्फ घर में खाना खाने से दलितों का सम्मान नहीं बढ़ता है। उन्होंने कहा कि अगर भोजन ही करना है तो दलितों के घर बना हुआ खाना खाएं। उनके बर्तन में खाएं।
बीजेपी सांसद ने कहा कि चौके में खाना खाते तो माना भी जाता। यहां तो बाहर से बर्तन आ रहा है। भंडारी बाहर से आता है। खाना भी दूसरे लोग ही बनाते हैं। ये तो पूरे देश के बहुजन समाज व अनुसूचित जाति का व गरीबी का अपमान है। सावित्री बाई ने कहा कि हम भी इंसान हैं। वह मानती हैं कि अनुसूचित जाति के साथ अन्याय हो रहा है। सबको बराबर सम्मान मिले। उन्होंने कहा कि लेकिन इसी सरकार में बाबा साहब की प्रतिमा तोड़ी जा रही है।
मालूम हो कि इससे पहले केंद्रीय मंत्री उमा भारती ने भी दलितों के साथ सामाजिक समरसता भोज में भोजन करने के इनकार कर दिया था. छतरपुर के नौगांव के ददरी गांव में पहुंची उमा भारती ने मंच से घोषणा करते हुए कहा कि वह इस समरसता भोज में भोजन नहीं करेगी। वह दलित के घर खाना खाने की जगह अपने घर पर दलितों को भोजन कराएंगी और परिवार के लोगों के जूठे बर्तन उठाएंगी।