जौनपुर, यूपी
ज़िले के खुटहन थाने में तैनात एक मनबढ़ दरोगा द्वारा खुटहन ब्लॉक मुख्यालय में समाचार कवरेज़ के दौरान पत्रकार के साथ अभद्रता और फर्जी मुकदमे की धमकी देने का मामला तूल पकड़ लिया है। इस मामले पत्रकार द्वारा साथियों को खबर देने के बाद पत्रकारों में ज़बरदस्त गुस्सा है। मामले को लेकर पत्रकार दो दिनों से प्रदर्शन कर रहे हैं। वहीं पुलिस के उच्च अधिकारियों ने अभी तक दारोगा के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की है।
क्या है पूरा मामला
खुटहन थानाक्षेत्र में काम कर रहे पत्रकार श्रवण उपाध्याय एक मामले की जानकारी होने पर समाचार कवरेज करने गए थे। आरोप है कि खुटहन थाने पर तैनात वरिष्ठ उपनिरीक्षक गोपाल तिवारी वहां मौजूद थे। इस दौरान गोपाल तिवारी ने पत्रकार को धमकी देते हुए फर्जी मामले में फंसाने और जेल भेजने की धमकी दी। दारोगा पर आरोप है कि वह एक विवादित ज़मीन जिसका मामला न्यायालय में विवाराधीन है एक पक्ष के साथ खड़े होकर अवैध तरीके से निर्माण करा रहे थे।
तहसील परिसर में पत्रकारों ने दिया धरना
इस मामले में इलाके के सभी पत्रकारों एकजुटता का परिचय देते हुए शाहगंज तहसील परिसर में इकठ्ठा हुए। पत्रकारों ने तहसील में प्रधर्शन करते हुए वहां तैनात सीओ को मांग पत्र दिया और कार्रवाई की मांग की। इस मामले में पत्रकारों का कहना है कि दारोगा गोपाल तिवारी को तत्काल प्रभाव से निलंबित करके उनके खिलाफ विभागीय जांच कराई जाए। पत्रकारों का कहना है कि दारोगा के खिलाफ अगर 72 घंटे में कार्रवाई नहीं हुई तो पत्रकार ज़िला मुख्यालय पर आंदोलन के लिए बाध्य होंगे।
ब्लाक पर भी दे चुके हैं धरना
इससे पहले रविवार को पत्रकारों ने क्रांतिकारी पत्रकार परिषद के बैनर तले सोंधी ब्लॉक पहुँचे। वहां पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए जमकर धरना प्रदर्शन किया। धरना सभा में मीडियाकर्मियों ने कहा कि पत्रकारों को सवाल पूछना प्रेस की स्वतंत्रता है, लेकिन खुटहन में तैनात दरोगा से एक मामले में उनका पक्ष जाना जाना तो उलटे ही मीडियाकर्मी को निशाने पर ले लिया जो बहुत ही शर्मनाक है।
पत्रकार हुए एकजुट
इस मामले को लेकर सभी पत्रकार एकजुट हैं। पत्रकार अजीम सिद्दीकी ने कहा कि मामला न्यायालय में होने के बावजूद उक्त दरोगा पार्टी बनकर कार्य करवा रहा था। समाचार संकलन करने गए पत्रकार के साथ अभद्रता बर्दाश्त नही की जाएगी। युवा पत्रकार यूसुफ खान ने कहा कि एसपी को ऐसे दरोगा के खिलाफ़ कड़ा कदम उठाना चाहिए, वरना पुलिस से लोगों का विश्वास घटेगा।
दर्जनों पत्रकार रहे मौजूद
इस मौके पर प्रमुख रूप से शारिक खान, रविशंकर वर्मा, नौशाद अहमद, अजय कुमार सिंह, शिवसंकर दूबे, अब्दुल हलीम, संगम पाण्डेय, आनंद सिंह, रिंकू श्रीवास्तव, मोहम्मद अरशद, संदीप गुप्ता, औरंगज़ेब खान, नौशाद खान, सुरेश प्रजापति, बाबा सिंह, जय प्रकाश गुप्ता, राकेश शर्मा, एहसान हैदर, विश्वनाथ श्रीवास्तव, रामनरेश प्रजापति, मो अफ़ज़ल समेत दर्जनों लोग मौजूद रहे।