जौनपुर, यूपी
बलिया में सहारा न्यूज़ चैनल के पत्रकार रतन सिंह की हत्या के बाद जहां आम लोगों में नाराज़गी देखी गई वहीं पत्रकार काफी नाराज़ दिख रहे हैं। तीन महीने में तीन पत्रकारों की हत्या के बाद अब पत्रकारों की सुरक्षा को लेकर बड़ा कवाल खड़ा हो गया है। इसी क्रम में जौनपुर के पत्रकारों ने हत्यारों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करने तथा मृतक पत्रकार के परिवार को 50 लाख की सहायता और पत्नी को सरकारी नौकरी देने की मांग की है। अस मामले में पत्रकारों ने मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन जिलाधिकारी दिनेश कुमार सिंह और एडीएम वित्त एवं राजस्व रामप्रकाश को सौंपा।
मालूम हो कि कल 24 अगस्त की रात्रि में बलिया ज़िले के फेफना में सहारा समय टीवी चैनल के पत्रकार रतन सिंह की बदमाशों ने सरेशाम गोली मारकर हत्या कर दी। समाज के चौथे स्तंभ की इस तरह से हुई हत्या ने प्रदेश की कानून व्यवस्था पर प्रश्नचिन्ह खड़ा कर दिया है। पत्रकार रतन सिंह की हत्या से जनपद के सभी पत्रकार काफी दु:खित और आक्रोशित हैं।
इस संबंध में सीएम को संबोधित ज्ञापन में पत्रकारों कई मांगे रखी हैं। इसमें मृतक पत्रकार रतन सिंह की हत्या का जल्द से जल्द खुलासा कर हत्यारों के खिलाफ फास्ट ट्रैक कोर्ट में मुकदमा चलाकर उन्हें दंडित किया जाए। मृतक पत्रकार के परिजनों को सुरक्षा प्रदान की जाए। मृतक पत्रकार के परिवार को 50 लाख की आर्थिक सहायता दी जाए। मृतक पत्रकार की पत्नी को परिवार की आजीविका चलाने के लिए सरकारी नौकरी दी जाए। ज्ञापन में पत्रकारों ने मुख्यमंत्री से मांग की है कि मृतक पत्रकार की आर्थिक स्थिति को दृष्टिगत रखते हुए मागों पर सहानुभूति पूर्वक विचार करते हुए उसे पूरा करें।
ज्ञापन देने वालों में राष्ट्रीय सहारा कैलाश सिंह, जनमोर्चा के कैलाश मिश्रा, आज तक चैनल के राजकुमार सिंह, एनडीटीवी के राजेश श्रीवास्तव, ज़ी न्यूज़ के अजीत सिंह, सहारा समय के ब्यूरो चीफ हसनैन कमर दीपू, न्यूज़ 24 के नीतीश कुमार, दहकता भारत के संपादक मंगला प्रसाद तिवारी, के न्यूज़ चैनल के अजीत गिरी, जनतंत्र टीवी के मनीष कुमार सिंह, दैनिक जागरण के फोटोग्राफर अजीत चक्रवर्ती, सहारा न्यूज नेटवर्क के फोटोग्राफर रवि राजन श्रीवास्तव, आज के फोटोग्राफर संदीप चौरसिया, अमर उजाला के फोटोग्राफर अनूप कुमार, जनसंदेश के फोटोग्राफर विनोद कुमार विश्वकर्मा, परवेज अहमद समेत काफी संख्या में इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के पत्रकार और फोटोग्राफर मौजूद रहे।