जौनपुर, यूपी
शीराज़-ए-जौनपुर में मुस्लिम इत्तेहाद कमेटी जौनपुर के बैनर तले शाही बड़ी मस्जिद पर जुमा की नमाज़ के बाद सैकड़ों की संख्या में ‘संविधान बचाओ देश बचाओ’ अभियान आंदोलन के तहत नागरिकता संशोधन विधेयक और NRC के ख़िलाफ़ जमकर विरोध प्रदर्शन किया गया और राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन सौंपा।
“संविधान बचाओ देश बचाओ आंदोलन” के चैयरमैन प्रो रमेश दीक्षित ने कहा कि आज केंद्र की मोदी सरकार के ग़लत नीतियों के चलते संविधान ख़तरे में है। उन्होंने कहा कि ये विधेयक संविधान की धारा 14 के ख़िलाफ़ वर्ज़ी करता है। जबकि देश का संविधान समानता की बात करता है।
कन्वीनर अमीक़ जामेई ने कहा कि एक के बाद एक केंद्र की मोदी सरकार काला क़ानून पास करती जा रही है। संविधान के खिलाफ जो भी बातें होंगी हम उसका विरोध करेंगे। ये देश गाँधी, भीमराव अंबेडकर, अशफाकुल्लाह खान, भगत सिंह का है, हम उनके मानने वाले हैं। जिस तऱीके से जिन्ना और सावरकर ने ‘टू नेशन की थ्योरी’ अपनायी थी, आज बीजेपी सरकार उसी तऱीके को अपनाते हुए देश को बांटने का काम कर रही है, जिसके विरुद्ध देश का हर अमन पसंद नागरिक खड़ा है।
प्रोग्राम की अध्यक्षता करते हुए पूर्व विधायक हाजी अफ़ज़ाल अहमद ने कहा कि हमारे यहाँ शाह तो मुर्दों को दफ़न करने के लिए क़ब्रिस्तान खोदते हैं मगर अमित शाह तुमने तो देश की क़ब्रिस्तान खोद दी। उन्होंने आगे कहा कि जिस तरह से अंग्रेजों ने डिवाइड एंड रूल की नीतियां अपना कर देश पर राज किया था। आज इसी तरह से बीजेपी सरकार हिन्दू-मुस्लिम को आपस में बांट कर देश को बरबादी की तरफ़ ले जा रही है।
मौलान वासिफ नायब इमाम टीले वाली मस्जिद लखनऊ सहित अन्य लोगों ने भी सभा को संबोधित किया प्रोग्राम का संचालन सभासद साजिद अलीम ने किया। इस अवसर पर अनवारुल हक़ गुड्डू, अज़मत अली, इरशाद मंसूरी, आसिफ़ मंसूरी, सरवन जायसवाल, हाजी अज़मत, अरशद क़ुरैशी, मसूद मेहंदी, डॉ अर्शी, आसिफ़ आर एन, अबसार क़ुरैशी, अब्दुल्लाह तिवारी, हुजैफा खान, डॉ तुफ़ैल, आदि उपस्थित रहे।