PNS EXCLUSIVE
जेद्दाह, सऊदी अरब
विदेशों में काम पर जाने वाले भारतीय लेबरों के लिए विदेश मंत्रालय ने इस साल 1 जून से नया ई-माइग्रेट सिस्टम लागू किया है। इस नये सिस्टम के बारे में विदेश मंत्रालय का कहना था कि विदेशों में भारतीय लेबरों के साथ हो रही धोखाधड़ी, सैलरी न मिलना, सुरक्षा की कमी और अन्य बातों से निजात दिलाने के लिए लाया गया है। इस नये नियम को लेकर सऊदी अरब में इंडस्ट्री से जुड़े लोग और अधिकारी काफी नाराज़ हैं और उन्होंने नये ई-माइग्रेट सिस्टम की कड़ी आलोचना की है।
नये नियम के मुताबिक काम के सिलसिले में विदेश जाने वाले वर्कर्स और रिक्रूटमेंट एजेंट को भारतीय विदेश मंत्रालय की वेबसाइट http://www.emigrate.gov.in पर जाकर सभी जानकारियां और कंट्रेक्ट लेटर रजिस्टर्ड करना ज़रूरी हो गया है।
सऊदी अरब में कौंसिल ऑफ सऊदी चैंबर में कंट्रेक्टर कमेटी के चेयरमैन फहद अल-हम्मादी ने नये ई-माइग्रेट सिस्टम की कड़ी आलोचना की हैं। अल-हम्मादी ने कहा है कि नये नियम के बाद सऊदी इंडस्ट्री भारत की जगह बांग्लादेश, नेपाल या किसी अन्य देश के वर्करों को वीज़ा देगी। चेयरमैन अल-हम्मादी ने कहा कि ‘हम ऐसे किसी भी दूसरे मुल्क के लोगों को अपने यहां काम देंगे जो हमारे साथ काम करना पसंद करेंगे।’ अल हम्मादी का ये बयान सऊदी अरब के प्रमुख अखबार ‘अल-शर्क’ ने पब्लिश किया है। एक अन्य रिपोर्ट के मुताबिक चैयरमैन अल-हम्मादी ने सऊदी अरब के लेबर मंत्रालय से कहा है कि वह भारतीय वर्कर के लिए वीज़ा इश्यू करने पर रोक लगा दे।
इस खबरों के बीच सऊदी अरब के रियाज शहर में भारतीय दूतावास में इंचार्ज हेमंत कोटलवार ने सऊदी गैजेट अखबार से कहा कि ‘हम लोग किसी वर्कर को आने से नहीं रोक रहें हैं और न ही रिक्रूटमेंट प्रोसेस को रोक रहे हैं। भारत सरकार ने विदेश में काम कर रहे लोगों को रेगूलेट करने और प्रक्रिया को आसान बनाने के लिए नये नियम को लागू किया है।’
एक्सपर्ट की राय
सऊदी अरब में अर्थव्यवस्था के जानकार फदेल अल-बौवानैन का कहना है कि भारत सरकार स्किल्ड लेबर को विदेश जाने से रोकना चाहती है। दरअसल भारत सरकार अपने देश की अर्थव्यवस्था को मज़बूदी दे रही है, इसीलिए नये ई-इमिग्रेशन सिस्टम को लागू किया गया हैं।
वहीं भारतीय दूतावास में इंचार्ज हेमंत कोटलवार ने कहा कि भारत लेबर एक्सपोर्ट करने वाला देश नहीं हैं। उन्होंने कहा कि नये ई-माइग्रेट सिस्टम से भारत से विदेश जाने वाले लेबरों को कोई दुश्वारी नहीं होगी। कोटलवार ने कहा कि ‘पिछले एक साल में सऊदी अरब में भारतीयों की संख्या 27 लाख 50 हज़ार से बढ़कर 29 लाख 30 हज़ार के करीब हो गई हैं।’
भारतीय कौंसिल जनरल का जवाब
नये ई-माईग्रेट सिस्टम का बचाव करते हुए सऊदी अरब में भारत के कौंसिल जनरल बी एस मुबारक ने कहा कि ‘भारत में काम करने वाली कुछ रिक्रूटमेंट एजेंसियां लेबर को ज़्यादा सैलरी में काम करने का कंट्रेंक्ट साइन कराती हैं, लेकिन सऊदी अरब पहुंचने पर लेबर को सैलरी कम मिलती है।’ कौंसिल जनरल बी एस मुबारक ने कहा कि नये ई-माईग्रेट सिस्टम से लेबर को ये पता रहेगा कि वह सऊदी अरब में किस काम के लिए जा रहे हैं, और उनकी सैलरी कितनी हैं। लेबर को ये भी पता हेगा कि काम करने की क्या-क्या वर्किंग कंडीशन है। कौंसिल जनरल ने कहा कि ‘फिलहाल कौंसिल को यहां काम कर रहे लेबर की कई तरह कि शिकायतें मिलती हैं। इन शिकायतों में सैलरी न मिलना, इकामा का रिन्यूवल न होना और बहुत खराब कंडीशन में काम कराना शामिल है।’ उन्होंने आगे कहा कि ‘हालांकि यहां काम कर रहे लोगों की संख्या के मुकाबले शिकायतों का प्रतिशत बहुत कम हैं।’ बी एस मुबारक ने कहा कि कुछ ऐसी भी शिकायतें हैं जिनका निपटारा होने में बहुत वक्त लग जाता है।
क्या हैं ई-माईग्रेट सिस्टम
ई-माइग्रेट सिस्टम में ईसीआर (Emigration Check Required) के तहत लेबर को शामिल किया गया। लेबर को विदेश जाने के लिए प्रोटेक्टर ऑफ ईमिग्रेंट (Protector of Emigrants POE) के आफिस में जाकर रजिस्ट्रेशन कराना होगा। POE के ये ऑफिस दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, चेन्नई, हैदराबाद, चंडीगढ़, कोच्चि, त्रिवेंद्रंमपूरम और जयपुर में मौजूद हैं। पीओई (Protector of Emigrants) ऑफिस इस बात की तस्दीक करेंगे कि लेबर को मिले जॉब लेटर में सैलरी, सुरक्षा आदि का वैरीफिकेशन ई-माईग्रेट सिस्टम में हुआ हैं कि नहीं। अगर वैरीफिकेशन नहीं हुआ है तो लेबर को विदेश जाने से रोक दिया जाएगा।
फुल ऑटेमैटिक सिस्टम
ई-माईग्रेट सिस्टम के सभी ऑपरेशन पूरी तरह से आटोमैटिक हैं। इस सिस्टम के संचालन में पीओई (Protector of Emigrants) और पीजीओई (Protector General of Emigrants) शामिल हैं। ये सिस्टम विदेशों में भारतीय दूतावास, पीओई, पीजीओई, कंपनी, रिक्रूटमेंट एजेंट, इंश्योरेंस एजेंट समेत सभी विभाग जुड़े हैं। इस वजह से इसमें किसी भी तरह से फ्राड की कोई गुंजाइश नहीं हैं।
God
bless you
Bahut acha hua
bahut galat baat khud k mulk m aap dhoka dhadi bharastachar nahi rok pate khud 5000 se zyada salery private job mein dila nahi sakte
aur doosre mul;k ko aisa majboor kar rahe hai jaise inke baap ki jaageer hai
ghareebon k pet par laat mara ja raha hai
भाई साहब इंडिया में आदमी मन का मालिक होता लेकिन
अरब देश ऐसा बहुत देखने को मिल रहा हैं
तँखाव ज्यादा बताते हैं अरब पहुचने के बाद तँखाव कम देते हैं
और ऊपर से डयूटी 10 से 12 घंटे का
सुबह 5,6, बजे से
यहाँ 1500 द्राम ना मिले तो कुछ नहीं बचता महंगाई बहुत हैं इधर
1 कप चाय 18 ।। इसी से आप अंदाजा लगा लो
HA BHAI YE BAAT SAHI HAI LABUR CLASS KA BHI ADMI RAHEGA TO KAM SE KAM 1500 RIYAL SALRY MILE TABHI SAUDI ARAB ME KAM KARNE KA FAIDA HAI
I M SIRAJ FROM INDIA
acchee newes hi sir
Thankx
Team PNS
बहुत अच्छा हुआ साले धोखा धड़ी बहुत करते हैं
अरब कंपनी वाले
It’s too good I am in saudi n I am in a big trouble myccompany not make my akama n don’t give salary every month.
Bhaiyo sab log bure nahi hote ye egent ki galtiyo se hota h mein yahaan dekhta hoon sellery nahi dete tourtior karte hai dosra kam bhi karate h aise log bhi h jinke paas khane aur sone ka bhi time nahi h ye bahut accha kiya