गुवाहाटी, असम
देश के पूर्वोतेतर राज्य असम पूरी तरह बाढ़ की चपेट में है। राज्य की ज़्यादातर आबादी बाढ़ से जूझ रही है। असम में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में मदद की सख्त ज़रूरत है। कुठ इलाकों में सरकारी मदद पहुंच रही है पर ये नाकाफी साबित हो रही है। हज़ारों लोगों को नके घरों से दूसरी सुरक्षित जगह शिफ्ट किया गया है।
बाढ़ पीडितों की मदद कर रहे लोगों के मुताबिक राहत सामाग्री पहुंचाने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। सरकारी की तरफ से मदद की कोशिश की जा रही है। वहीं कई सामाजिक संस्थाएं भी मदद को आगे आई है। जमीअत उलेमा-ए-हिंद से जुड़े लोग काफी मदद कर रहे हैं।
असम के 33 में से 33 जिले बाढ़ के पानी से डूब गए हैं। बाढ़ के कारण लगभग 28 लाख लोग प्रभावित हुए हैं। यहां बाढ़ के कारण हजारों घर क्षतिग्रस्त हो गए, फसलें तबाह हो गईं और कई स्थानों पर सड़कें और पुल टूट गए।
असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने बाढ़ संबंधी अपनी दैनिक रिपोर्ट में बताया कि दो व्यक्तियों की मौत बारपेटा में और एक व्यक्ति की मौत दक्षिण सालमारा जिले में हुई। कुल 105 लोगों की मौत हुई है जिनमें से 26 की जान भूस्खलन की चपेट में आने के कारण गई। इसमें बताया गया कि इस बार बरसात के मौसम में काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान में 90 पशुओं की जान चली गई।