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8 Oct 2024, Tue

नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में जामिया मिलिया के स्टूडेंट्स के प्रदर्शन के बाद पुलिस का बल प्रयोग फिलहाल देश की बड़ी चर्चाओं में से एक है। जामिया में घटी हिंसक झड़प को लेकर सोशल मीडिया पर हर कोई अपना विचार रख रहा है। ऐसे में बॉलिवुड सितारे भी आगे बढ़कर इन मुद्दों पर अपनी राय रखी है। फिलहाल जामिया वाले बवाल पर अपने कॉमेंट की वजह से काफी चर्चा में हैं ऐक्ट्रेस हुमा कुरैशी।

हुमा ने एक-एक कर कई ट्वीट किए हैं। उन्होंने अपने ट्वीट के जरिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और आमित शाह से सवाल किया है। हुमा कुरैशी ने अपने ट्वीट के जरिए कहा है, ‘यह सही नहीं है। हमारे पास एक धर्मनिरपेक्ष लोकतंत्र है। छात्रों के साथ पुलिस जिस तरह हिंसा भरा दुर्व्यवहार कर रही है वह भयानक है। देश के नागरिकों को शांतिपूर्वक विरोध करने का अधिकार है। पीएम नरेंद्र मोदी और अमित शाह, क्या अब कोई ऑप्शन नहीं बचा है?’ हुमा ने अपने इस ट्वीट को पिन टु टॉप कर रखा है।

हुमा के इस ट्वीट पर कई ट्विटर यूज़र्स ने जवाब दिया है और उन्हें ट्रोल भी किया है। लोगों ने हिंसात्मक विडियोज़ शेयर कर हुमा से ही सवाल किया है कि क्या यही शांतिपूर्ण विरोध है?

हुमा ने पुलिस की कार्रवाई पर अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए तंज भरे लहजे में कहा है, ‘आप कुल्हाड़ी लेकर इन छात्रों को काटना क्यों नहीं शुरू कर देते? आपका जमीर बचा है या मर चुका है?

हुमा ने एक यूज़र को जवाब देते हुए अपने एक अन्य ट्वीट में कहा है, ‘यह कोई लोकतंत्र का तरीका नहीं है। यह देश की नींव पर हमला है। यह देश को नाजी जर्मनी बनाने की कोशिश है। शर्मा आनी चाहिए…मैं कौन होती हूं…एक दिन आपका जमीर ही आपको खत्म कर देगा।’

एक यूज़र को जवाब देते हुए हुमा ने कहा है, ‘देश की इकलौती किताब जिसे हम सबको सुरक्षित रखने और बचाने की जरूरत है वह है हमारे देश का संविधान। अपने कट्टरपंथ, पक्षपात और नफरत से ऊपर उठिए। आप लोग देश के दूसरी तरफ से आने वाले अतिवादी और चरमपंथियों से कहीं से भी बेहतर नहीं हैं। ये देश हमेशा से धर्मनिरपेक्ष देश रहा है और इसलिए हमें ये सुनिश्चित करना होगा कि ये हमेशा धर्मनिरपेक्ष ही बना रहे।’

बता दें कि देश के इस सबसे ताजा और ज्वलनशील मुद्दे पर स्वरा भास्कर, अनुभव सिन्हा, राजकुमार राव, ऋचा चड्ढा जैसे तमाम सितारे अपनी प्रतिक्रिया जाहिर कर चुके हैं।

नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन के दौरान दिल्ली के जामिया नगर इलाके में हिंसा, आगजनी और तोड़फोड़ के मामले में पुलिस ने 10 लोगों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किए गए सभी आरोपी आपराधिक पृष्ठभूमि के हैं और इनमें कोई भी छात्र नहीं है। पुलिस और जामिया प्रशासन दोनों का शुरू से कहना है कि हिंसा में छात्रों का कोई हाथ नहीं था। हिंसा में बाहरी लोग शामिल थे जो आगजनी, तोड़फोड़ के बाद जामिया कैंपस में घुस गए थे। पुलिस पर बिना इजाजत कैंपस में घुसने, स्टूडेंट्स और स्टाफ को पीटने, लाइब्रेरी में तोड़फोड़ करने और आंसू गैस के गोले छोड़ने के भी आरोप लगे थे।

By #AARECH