Breaking
7 Feb 2025, Fri

छपरा, बिहार

ज़िले में ईवीएम बदलने का मामला सोमवार को वायरल होने पर हड़कंप मच गया। काफी देर तक हाई वोल्टेज ड्रामा चला। ईवीएम से लदे वाहन को रोके जाने व बदलने की आशंका को लेकर तरह-तरह की बात उठने लगी। यह खबर जैसे ही सोशल मीडिया पर वायरल हुई कि प्रशासन के साथ-साथ आम लोगों की भी बेचैनी बढ़ गई। सारण से उठकर यह मामला पटना तक पहुंचा और राजद के प्रदेश स्तर से इस बारे में ट्विट भी किया गया।

जानकारी के मुताबिक, शहर के लक्ष्मीनारायण ब्राह्मण हाई स्कूल में मतगणना कर्मियों को ट्रेनिंग देने के लिए सदर प्रखंड स्थित वेयरहाउस से ईवीएम को ट्रेनिंग सेंटर पर ले जायी गयी थी। ट्रेनिंग के बाद वाहन पर लादकर शाम में वेयर हाउस में जमा करने के लिए ईवीएम ले जायी जा रही थी तभी किसी ने इसकी सूचना राजद कार्यकर्ताओं को दे दी। राजद कार्यकर्ताओं ने वाहन को रामनगर ढाला के पास रोक लिया और ईवीएम बदलने की आशंका जताई और सोशल मीडिया पर तस्वीर वायरल कर दी।

राजद प्रत्याशी चंद्रिका राय के चुनावी अभिकर्ता डॉ. लाल बाबू यादव वेयरहाउस पहुंचे और जिला प्रशासन के वरीय पदाधिकारियों के साथ वेयरहाउस का अवलोकन भी किया। उन्होंने जिला प्रशासन के वरीय पदाधिकारियों की उपस्थिति में वेयरहाउस के रजिस्टर पर भी लिखा कि यहां से 12 कंट्रोल यूनिट, बैलट यूनिट व वीवीपैट को प्रशिक्षण के लिए ले जाया गया था। सभी वीवीपैट को पुन: गोदाम में रख दिया गया है। इस प्रक्रिया से वह पूरी तरह से संतुष्ट हैं। मेरे विचार से पारदर्शी प्रक्रिया के तहत निर्वाचन का कार्य हो रहा है। सभी लोग अपने-अपने तरह से तर्क दे रहे थे।

इस बारे में सारण संसदीय क्षेत्र के निर्वाची पदाधिकारी सह एडीएम अरुण कुमार ने बताया कि राजद के चुनावी अभिकर्ता ने प्रक्रिया को पूरी तरह से पारदर्शी बताया है। ईवीएम जाने की बात पूरी तरह से गलत है। मतदान में प्रयोग ईवीएम को छपरा इंजीनियरिंग कॉलेज में रखा गया है जबकि सदर प्रखंड कार्यालय के समीप स्थित वेयरहाउस में खाली ईवीएम को रखा गया है।