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8 Dec 2024, Sun

नई सरकार के लिए मुश्किल खड़ी करेगा हाईकोर्ट का ये फैसला

लखनऊ, यूपी

इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ पीठ ने यूपी में शराबबंदी को लेकर बड़ा फैसला दिया है। हाईकोर्ट ने एक पीआईएल पर फैसला देते हुए कहा है कि सरकार लोगों की सुरक्षा और स्वास्थ्य को देखते हुए शराब ब्रिकी पर नई पॉलिसी बनाए। देश के अन्य राज्यों की तरफ यहां भी पूर्ण या आंशिक शराबबंदी लागू की जाए। इस बात की जानकारी शारबबंदी संघर्ष समिति ने एक प्रेस कांफ्रेंस में दी।

राजधानी लखनऊ के महानगर में आयोजित इस प्रेस कांफ्रेंस में बताया गया कि संविधान की धारा 47 के तहत सभी लोगों को सुरक्षा, स्वास्थ्य जैसे अधिकार मिले हुए हैं। शराब की वजह से न सिर्फ जुर्म बढ़ रहा है बल्कि आए दिन अलगाव पैदा हो रहा है। इससे समाज में तमाम दिक्कते हो रही हैं। लोगों को स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं पैदा हो रही हैं। सरकार को हर हाल में शराब को बंद करना चाहिए।

मुर्तज़ा अली, संयोजक, शराबबंदी संघर्ष समिति
शराबबंदी आंदोलन के संयोजक मुर्तज़ा अली ने मीडिया को बताया कि वह काफी दिनों से इस मुहिम में लगे हुए हैं। वह और उनके साथ के लोग समाज में जाकर लोगों को जागरुक कर रहे हैं। यूपी में विधान सभा चुनाव से पहले वह सभी दलों के नेताओं से मिले या उनको खत लिखकर शराबबंदी को अपने मेनिफेस्टों में शामिल करने के लिए दबाव बनाया। मुर्तजा अली ने बताया कि इस मामले में कोई भी दल ने हमारा साथ नहीं दिया। थक हार कर हम लोगों ने कोर्ट का रुख किया। अब कोर्ट के फैसले से एक उम्मीद बनी है कि प्रदेश में बनने वाली नई सरकार इस मामले में ठोस कार्रवाई करेगी।

रोहित अग्रवाल, लोकदल उम्मीदवार
राष्ट्रीय लोकदल से चुनाव लड़ने वाले रोहित अग्रवाल ने बताया कि उनकी मुलाकात काफी पहले मुर्तजा अली से हुई और शराबबंदी के विषय को लेकर काफी बात हुई। इसके बाद उन्हें लगा कि इस काम में वह भी बढ़-चढ़ कर हिस्सा लेंगे। चुनाव में उतरने के लिए जब वो टिकट के लिए पार्टी के महासचिव जयंत चौधरी से मिले तो उनसे शराबबंदी वाले मुद्दे पर बात हुई। रोहित अग्रवाल ने बताया कि जयंत जी ने मेरी बात को बड़ी गंभीरता से सुना और जब हमारी पार्टी का मेनिफेस्टों जारी हुआ को उसमें शराबबंदी को शामिल किया गया। रोहित अग्रवाल ने कहा कि वह हर हाल में इस मुद्दे पर लड़ाई लड़ते रहेंगे।

रोहित ने कहा कि वह शराबबंदी को समाज की सबसे बड़ी समस्या मानते हैं और इसे दूसरे प्रदेश की तरह यहां भी लागू करने ज़रूरत है। उन्होंने कहा कि वह इस संघर्ष में समिति के साथ हैं और जो भी सहयोग की ज़रूरत होगी वह करेंगे। रोहित अग्रवाल ने मीडिया से अह्वान किया कि वह इस मुद्दे की लड़ाई में उनका भरपूर साथ दे।

इस मौके पर निकहत खान, राजेश पाठक एडवोकेट, वामिक खान समेत तमाम लोग मौजूद रहे।