मुसलमानों का वोटिंग राइट वाले भाजपा विधायक हरिभूषण ठाकुर बचौल के बयान पर सियासी गलियारे में हलचल मची है। दरअसल, विपक्षी दल भाजपा विधायक से माफी मंगवाने पर अड़े हैं। जबकि भाजपा विधायक बचौल ने कहा है कि वे अपने बयान पर कायम हैं। माफी मांगने का सवाल ही नहीं उठता। उन्होंने कहा, ‘जो उन्होंने कहा है वह उसपर अब भी कायम हैं. सदन में माफी मांगने का सवाल ही नहीं उठता। विपक्ष को जो करना है करे।
बता दें कि बिहार विधानसभा का बजट सत्र 25 फरवरी से शुरू हुआ है। लेकिन सत्र शुरू होने से पहले ही सूबे का सियासी पारा चढ़ाना शुरू हो गया। भाजपा नेता विधायक हरिभूषण ठाकुर बचौल ने बेतुका बयान दिया। उन्होंने सरकार से मांग की है कि सरकार को मुसलमानों से उनके वोट करने हक वापस ले लेना चाहिए।
वहीं मुस्लिम समुदाय के लोगों को टारगेट करते हुए कहा कि ये सभी इस्लामिक स्टेट बनाने की अजेंडा के तहत काम कर रहें है। ऐसे में सरकार इनसे मतदान का अधिकार वापस ले ले।
उन्होंने कहा, ‘1947 में धर्म के नाम पर देश का विभाजन हुआ था। उन्हें धर्म के आधार पर दूसरा देश मिल गया था। ऐसे में उन्हें वहीं चले जाना चाहिए था। लेकिन अगर अब वो देश में रह रहे हैं तो मैं सरकार से मांग करता हूं कि उनकी वोटिंग राइट को समाप्त कर दिया जाए। वो दूसरे स्तर के नागरिक बनकर भारत में रह सकते हैं।’ विधायक ने कहा, ‘वे लोग आईएसआई के एजेंडे के तहत भारत को इस्लामिक स्टेट बनाना चाहते हैं। अफगानिस्तान और पाकिस्तान में ये लोग क्या कर रहे हैं, वो सभी लोग देख रहे हैं। ये लोग इंसानियत के दुश्मन हैं। ऐसे में उनसे मतदान का अधिकार वापस ले लेना चाहिए। वो अल्पसंख्यक हैं ही नहीं। उनका एजेंडा है पूरे विश्व को इस्लामिक स्टेट बनाना।
इसके बाद सोमवार को सदन की कार्रवाई शुरू होने के बाद कांग्रेस आरजेडी और वाम दलों के विधायकों ने हंगामा शुरू कर दिया। कांग्रेस विधायक हरिभूषण ठाकुर बचौल से इस्तीफे की मांग करने लगे और बेल के पास पहुंच गए। कांग्रेस विधायकों ने कहा कि बीजेपी विधायक बोल रहे हैं कि मुसलमानों का वोटिंग अधिकार खत्म कर देना चाहिए, वे क्या लोकतंत्र की हत्या कर रहे हैं। तो वहीं सीपीआई (एम) के विधायकों ने मांग की कि नीतीश कुमार को इसपर चुप्पी तोड़नी चाहिए।