लखनऊ, यूपी
राजधानी लखनऊ से एक बड़ी खबर सामने आ रही है कि राज्य के पूर्व डीजीपी जगमोहन यादव पर पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है। दरअसल उनके और पूर्व मंत्री बलराम यादव के बेटे विजय कुमार के बीच में शहीद पथ स्थित मुजफ्फर नगर घुसवल में साढ़े तीन बीघा जमीन को लेकर विवाद हो गया था। इसी मामले में आज गोसाईगंज थाने की पुलिस ने FIR दर्ज की है।
पूर्व DGP जगमोहन यादव ने बिन्नी इंफ्राटेक के नाम से लखनऊ के मुजफ्फरनगर घुसवल में जमीन खरीदी थी। वहीं जेल में बंद पूर्व मंत्री गायत्री प्रजापति और पूर्व मंत्री बलराम यादव के बेटे विजय कुमार सिंह ने भी यहीं पर जमीन खरीदी थी। दोनों में बीच में काफी लंबे समय से पैमाइश को लेकर विवाद चल रहा था।
इसी जमीन पर कब्जा कराने जगमोहन यादव मंगलवार को गए थे। जिस पर विजय कुमार सिंह ने आपत्ति जताई तो दोनों पक्षों में कहासुनी हो गई। आरोप यह भी है कि दोनों पक्षों के असलहों से लैस लोग आमने सामने आ गए थे। जिसको लेकर पुलिस को सूचित किया गया था। सूचना पर मौके पहुंचे भारी पुलिस बल ने किसी तरह मामले को शांत कराने का प्रयास किया लेकिन पूर्व डीजीपी जगमोहन यादव ने काम कराना नहीं बंद किया।
जिसके बाद एसपी विधानसभा राजेश श्रीवास्तव, सीओ गोमतीनगर अवनीश्वर चंद्र श्रीवास्तव ने आपस में सुलह समझौता कराने का प्रयास किया लेकिन बात नहीं बनी। इस पर एसडीएम सरोजनीनगर चंदन पटेल को बुलाकर पूर्व DGP के कार्य को बंद करा दिया गया था।
जगमोहन यादव और उनके साथ 60 से 65 अज्ञात लोगों के खिलाफ लखनऊ के थाना गोसाईगंज में मुकदमा अपराध संख्या 592/2019 धारा 147, 148, 419, 420, 447, 504 और 506 के अंतर्गत मुकदमा पंजीकृत हुआ है। इसी मामले में आज पूर्व डीजीपी पर रिपोर्ट दर्ज की गई है। वहीं जगमोहन यादव का कहना है कि राजस्व विभाग ने जमीन को पैमाइश करके दी थी। बीते आठ साल से मुझे लगातार प्रताड़ित किया जा रहा है।